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शिव कुमार शिलचर, 18 नवंबर: 42 असम राइफल्स में सेवारत राइफलमैन प्रशांत आचार्य ने 17 नवंबर को मिजोरम के सेरछिप में दिल का दौरा पड़ने से अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। उनका पार्थिव शरीर 18 नवंबर को शिलचर के पंचायत रोड स्थित उनके निवास स्थान, उदयन कॉम्प्लेक्स, लाया गया, जहां अंतिम दर्शन के लिए स्थानीय लोग और परिजन बड़ी संख्या में एकत्रित हुए। प्रशांत आचार्य का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ शिलचर श्मशान घाट पर किया गया।
इस दौरान 38 असम राइफल्स के मेजर एस.जे. वेलिंग और सूबेदार मेजर लछुमन लाल कैरी के नेतृत्व में असम राइफल्स के सैन्य दल ने गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया। 38 असम राइफल्स की बैंड पार्टी ने अपने वीर साथी को सम्मानित करते हुए उनकी अंतिम यात्रा को गरिमामय बनाया। असम राइफल्स एक्स-सर्विस एसोसिएशन ने भी इस अवसर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संगठन के अध्यक्ष सूबेदार मेजर प्रदीप कांति दास और सचिव सूबेदार अम्मी कुमार दास ने मृतक के परिवार के साथ मिलकर अंतिम संस्कार की सभी व्यवस्थाओं में सहयोग दिया। प्रशांत आचार्य के निधन से उनका परिवार सदमे में है। उनके पड़ोसियों और सहयोगियों ने उनकी सरलता और निष्ठा को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। उनकी वीरता और कर्तव्यपरायणता को सम्मान देते हुए क्षेत्र के लोगों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी।
प्रशांत आचार्य का जीवन देश सेवा को समर्पित था, और उनकी मृत्यु ने असम राइफल्स और उनके परिवार को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है। उनके बलिदान और योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।