नई दिल्ली, 22 नवंबर (हि.स.)। मणिपुर हिंसा मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा राष्ट्रपति को लिखे गए पत्र को लेकर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखा है।
नड्डा ने पत्र में लिखा कि ‘मणिपुर की स्थिति को सनसनीखेज बनाने के लिए कांग्रेस द्वारा बार-बार प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसा लगता है कि आप भूल गए हैं कि न केवल आपकी सरकार ने भारत में विदेशी उग्रवादियों के अवैध प्रवास को वैध बनाया बल्कि तत्कालीन गृहमंत्री चिदंबरम ने उनके साथ संधियों पर हस्ताक्षर किए थे। इसके अलावा, गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने देश से भागने वाले इन ज्ञात उग्रवादी नेताओं को उनके अस्थिर करने के प्रयासों को जारी रखने के लिए पूरे दिल से समर्थन और प्रोत्साहन दिया। कांग्रेस के विपरीत, हमारी सरकार किसी भी कीमत पर ऐसा नहीं होने देगी।’
उन्होंने ने कहा कि कांग्रेस नेताओं द्वारा भारत की प्रगति को पटरी से उतारने की कोशिश कर रही विदेशी ताकतों के गठजोड़ का समर्थन और प्रोत्साहन करना वाकई चिंताजनक है। उन्होंने दावा किया कि अभूतपूर्व कनेक्टिविटी के लिए हमारी सरकारें वास्तव में पूर्वोत्तर के लोगों को करीब ला रही हैं। अकेले मणिपुर में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों का प्रतिशत 2013 में 20 प्रतिशत से कम होकर 2022 में 5 प्रतिशत रह गया है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर आग्रह किया कि वह मणिपुर के मामले में तत्काल हस्तक्षेप करें ताकि राज्य के लोगों की जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर हिंसा रोकने तथा सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह विफल रहने का आरोप भी लगाया और दावा किया कि प्रदेश की जनता अब इन दोनों सरकारों में विश्वास खो चुकी है।