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Maharashtra Result 2024: कई दिग्‍गज हारे-युवा नेताओं ने झंडे गाड़े, जानें महाराष्‍ट्र की 10 वीआईपी सीटों का हाल

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मुंबई। Maharashtra assembly Election result: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आज, 23 नवंबर को आ रहे हैं। मतगणना शुरू हो गई है। महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी, जिसमें जनता ने  4,136 प्रत्याशियों की किस्‍मत ईवीएम में कैद हो गई थी। एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस,  आदित्य ठाकरे,  अजित पवार, नाना पटोले और वरुण देसाई समेत महायुति और महाविकास अघाड़ी गठबंधन के कई दिग्गजों के भाग्‍य का फैसला आज सुनाया जाएगा।आइए हम आपको बताते हैं महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वे 10 सीटें कौन-सी हैं, जिन पर दिग्गजों के बीच हुआ मुकाबला, इन सीटों पर किसने किसको मात दी…

1. कोपरी-पाचपाखाडी (ठाणे): सीएम शिंदे का केदार दिघे से मुकाबला

महाराष्‍ट्र चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चित सीटों में से एक ठाणे जिले की कोपरी-पाचपाखाडी विधानसभा सीट है। यहां शिवसेना नेता और राज्‍य के मुख्‍यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके राजनीतिक गुरु दिवंगत शिवसेना नेता आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे के बीच मुकाबला था। केदार शिवसेना (यूबीटी) के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे। शिंदे 2009 से कोपरी-पाचपाखाडी से चुनाव जीतते आए हैं। 2019 में उन्होंने कांग्रेस नेता घाडीगांवकर पांडुरंग को 89300 वोटों से हराया था। आनंद दिघे के पारिवारिक और भावनात्मक जुड़ाव के चलते केदार दिघे को भी स्थानीय मराठी मतदाताओं का समर्थन मिल सकता है। कोपरी पाचपाखडी विधानसभा सीट पर मतगणना पूरी हो गई है। शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने 120717 वोटों से अपने प्रतिद्वंदी केदार दिघे को हराया है।

2. नागपुर साउथ वेस्ट: फडणवीस के सामने कांग्रेस के प्रफुल्ल

महाराष्‍ट्र चुनाव में दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट पर भी लोगों की नजरें टिकी हुई हैं। इस सीट से राज्‍य के पूर्व सीएम और मौजूदा डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस लगातार चौथी बार मैदान में हैं। भाजपा नेता फडणवीस साल 1999 में नागपुर पश्चिम सीट से पहली बार निर्वाचित होकर महाराष्‍ट्र विधानसभा पहुंचे थे। तब से वह लगातार जीतते आए हैं। परिसीमन के बाद नागपुर दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट बनी तो फडणवीस ने यहां से चुनाव लड़ा और फिर विधायक बने। इस सीट से वह चौथी बार मैदान में हैं। 2019 में फडणवीस ने कांग्रेस प्रत्याशी  डॉ. आशीष देशमुख को 49,344 से मात दी थी। इस सीट पर फडणवीस का मुकाबला कांग्रेस नेता प्रफुल्ल गुडधे (पाटिल) से है। इससे पहले 2014 में भी फडणवीस और प्रफुल्ल गुडधे आमने-सामने थे। अब देखना ये है कि जनता चौथी बार भी फडणवीस को चुनती है या फिर प्रफुल्ल गुडधे को मौका देगी।  मतगणना जारी है। चुनाव आयोग के अभी तक रुझानों के मुताबिक, देवेंद्र फडणवीस 38941 वोटों से आगे चल रहे हैं, जबकि प्रफुल्ल गुडधे पीछे हैं।

3. बारामती: अजित पवार का भतीजे से मुकाबला

महाराष्‍ट्र चुनाव में पुणे जिले की बारामती विधानसभा सीट पर भी दिलचस्प मुकाबला रहा है। बारामती सीट को पवार परिवार का गढ़ माना जाता है। यहां से कभी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। उसके बाद पिछले सात चुनावों में शरद पवार के भतीजे अजित पवार जीतते आए, लेकिन 2019 के बाद एनसीपी में के दो फाड़ – एनसीपी (अजित पवार गुट से)और  एनसीपी (शरद पवार) हो गए। इसलिए इस चुनाव में पवार परिवार के भीतर ही मुकाबला है। बारामती सीट से अजित पवार के खिलाफ चुनावी मैदान में शरद पवार के पोते युगेंद्र पवार उतरे हैं। बारामती विधानसभा सीट से 1991 से लगातार सात बार विधायक चुने गए अजित पवार आगे चल रहे हैं, जबकि उनका भतीजे युगेंद्र पवार पीछे हैं।  बारामती सीट पर मतगणना समाप्‍त हो गई है। अजित पवार ने 100899 वोटों से भतीजे युगेंद्र को शिकस्‍त देकर साबित कर दिया है। बाप हमेशा बाप ही रहता है।

4. साकोली: कांग्रेस अध्यक्ष बनाम भाजपा के अविनाश

महाराष्ट्र के भंडारा जिले की साकोली विधानसभा सीट पर भी लोगों के निगाहें हैं। साकोली से महाराष्‍ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले का भाजपा के अविनाश ब्राह्मणकर से मुकाबला है।  नाना पटोले साकोली से चार बार विधायक बने हैं। नाना पटोले मुख्य रूप से कांग्रेसी हैं, लेकिन बीच में कुछ दिनों के लिए हाथ का साथ छोड़ कमल थाम लिया था। इसके बाद वह महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया सीट से भाजपा के टिकट पर सांसद चुने गए थे। हालांकि, नाना पटोले 2018 में फिर कांग्रेस में लौट आए। 2019 के विधानसभा चुनाव में नाना पटोले ने भाजपा नेता डॉ. परिणय फुके को मात दी थी।   वहीं कुनबी चेहरे के तौर पर देखे जाने वाले अविनाश ब्राह्मणकर एनसीपी (शरद पवार) के भंडारा जिला परिषद के समूह नेता थे। वह हाल ही में भाजपा में शामिल हुए थे। साकोली सीट से कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले विधानसभा पहुंचेंगे या भाजपा के अविनाश। मतगणना जारी है। चुनाव आयोग के सुबह से 12:30 बजे तक के रुझानों में साकोली सीट से कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले आगे चल रहे थे, लेकिन उसके बाद भाजपा के अविनाश पटोले पटकनी देते हुए आगे निकल गए हैं। तब से अविनाश लगातार आगे बने हुए हैं।  

5. वर्ली: यहां है तीन सेनाओं में जंग

महाराष्‍ट्र चुनाव में मुंबई की वर्ली विधानसभा सीट पर इस  बार त्रिकोणीय मुकाबला रहा है। वर्ली विधानसभा सीट पर शिवसेना (उद्धव) के प्रत्याशी और मौजूदा विधायक आदित्य ठाकरे दोबारा मैदान में थे तो शिवसेना (शिंदे ) की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा ने ताल ठोकी थी। वहीं महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के टिकट पर राज ठाकरे के करीबी सहयोगी माने-जाने वाले संदीप देशपांडे चुनावी जंग उतरे।    वर्ली सीट पर मतगणना खत्‍म हो गई है। वर्ली से शिवसेना (उद्धव) प्रत्‍याशी आदित्‍य ठाकरे अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे हैं। उन्‍होंने 8801 वोटों से शिवसेना शिंद के प्रत्‍याशी मिलिंद देवड़ा को मात दी है। हालांकि, कई राउंड में कभी आ‍दित्‍य ठाकरे आगे तो कभी मिलिंद देवड़ा आगे चल रहे थे। आखिर तक मुकाबला कांटे का बना रहा।  आगे चल रहे थे और आदित्‍य ठाकरे पीछे। आदित्‍य फिर से आगे हो गए हैं।

6. संगमनेर: नौ बार के विधायक थोराट का युवा नेता से मुकाबला

महाराष्‍ट्र चुनाव में अहिल्यानगर जिले की संगमनेर विधानसभा सीट भी चर्चा में है। संगमनेर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कई सरकारों में मंत्री रहे बालासाहेब थोराट एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरें। थोराट 1985 में पहली बार निर्दलीय चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। उसके बाद लगातार आठ बार कांग्रेस के टिकट विधानसभा चुनाव जीते हैं। इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी नेता बालासाहेब थोराट का मुकाबला शिवसेना के युवा नेता अमोल खताल से हैं। संगमनेर सीट पर मतगणना पूरी हो गई है।  संगमनेर विधानसभा से शिवसेना-शिंदे के युवा नेता अमोल खताल ने  10560 दिग्‍गज नेता बालासाहेब थोराट करारी शिकस्‍त दी है।  

7. लातूर: रितेश देशमुख के भाई Vs पूर्व लोकसभा अध्यक्ष की बहू

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में लातूर सीट पर भी लोगों की नजरें टिकी हुई हैं। लातूर से पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बड़े बेटे और रितेश देशमुख के भाई अमित देशमुख कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। विलासराव देशमुख 1999 से 2003 और 2004 से 2008 तक दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। कांग्रेस प्रत्‍याशी अमित का मुकाबला दिग्‍गज कांग्रेसी नेता और यूपीए सरकार में केंद्रीय गृह मंत्री रह चुके शिवराज पाटिल की बहू अर्चना पाटिल से था। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष शिवराज पाटिल की बहू अर्चना पाटिल चाकुरकर लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा में शामिल हो गई थीं।  लातूर सिटी सीट से रितेश देशमुख के भाई अमित देशमुख आगे चल रह हैं और भाजपा प्रत्‍याशी व शिवराज पाटिल की बहू अर्चना पाटिल पिछड़ गई हैं। जब‍कि सुबह से अर्चना बढ़त बनाए हुए थीं।  

8. बांद्रा ईस्ट:जीशान सिद्दीकी Vs वरुण सरदेसाई

महाराष्‍ट्र चुनाव में मुंबई की बांद्रा ईस्ट भी खासा चर्चा में है। इस सीट से कांग्रेस छोड़  अजित पवार की पार्टी एनसीपी में शामिल हुए जीशान सिद्दीकी का उद्धव ठाकरे के भतीजे शिवसेना (यूटीबी) के वरुण सरदेसाई से मुकाबला था। हाल ही में जीशान के पिता बाबा सिद्दीकी की हत्‍या कर दी गई थी, ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि जीशान सिद्दीकी को जनता की सहानुभूति मिल सकती है। हालांकि, ऐसा हुआ नहीं। बांद्रा ईस्‍ट पर मतगणना पूरी हो चुकी है। यहां से वरुण सरदेसाई ने 11365 वोटों से जीशान सिद्दकी को मात दी है। 

9. अणुशक्ति नगर: नवाब मलिक की बेटी Vs स्वरा भास्कर के पति

महाराष्‍ट्र चुनाव में अणुशक्ति नगर विधानसभा सीट से कद्दावर नेता नवाब मलिक की बेटी चुनाव मैदान में भी थी। दरअसल, एनसीपी की सहयोगी पार्टी भाजपा ने विधानसभा चुनाव में नवाब मलिक को टिकट दिए जाने का विरोध किया तो अजित पवार ने नवाब मलिक की बेटी सना मलिक को टिकट दे दिया। हालांकि, बाद मनखुर्द शिवाजी नगर से नवाब मलिक को भी टिकट दे दिया, जहां उनका मुकाबला सपा के अबु आसिम आजमी से था। आजमी ने मलिक को हरा दिया है।  अणुशक्ति नगर विधानसभा सीट में सना मलिक का मुकाबला अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद से है। फहाद शरद पवार की पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले चुनाव में यहां एनसीपी के टिकट पर उतरे नवाब मलिक ने शिवसेना उम्मीदवार तुकाराम रामकृष्ण काते को 12751 मत से शिकस्त दी थी।  अणुशक्ति नगर विधानसभा सीट मतगणना खत्म हो गई है। यहां से नवाब मलिक की बेटी सना मलिक 3000 से ज्‍यादा वोटों से जीत गई हैं, जबकि स्‍वरा भास्‍कर के पति हार गए हैं। 

10.दिंडोशी: संजय निरुपम का सुनील प्रभु से टक्‍कर

महाराष्‍ट्र चुनाव में मुंबई की की दिंडोशी सीट भी चर्चित सीटों में से एक है। दिंडोशी विधानसभा सीट से पूर्व सांसद और शिवसेना-शिंदे प्रत्‍याशी संजय निरुपम का मुकाबला शिवसेना (यूटीबी) सुनील प्रभु से था।संजय निरुपम ने लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर शिवसेना-शिंदे में घर वापसी कर ली थी। वहीं उनके प्रतिद्वंदी सुनील प्रभु बीएमसी के चार बार पार्षद रहने के साथ मुंबई के मेयर रह चुके हैं। 2019 के चुनाव में सुनील ने  एनसीपी की विद्या चव्हाण को शिकस्त दी थी।  दिंडोशी सीट से शिवसेना (यूटीबी) सुनील प्रभु ने 6058 वोटों से शिवसेना-शिंदे प्रत्‍याशी संजय निरुपम को शिकस्‍त दी है।

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