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चंद्रशेखर ग्वाला लखीपुर, 28 नवंबर : पड़ोसी राज्य मणिपुर के जिरीबाम जिले का दो सम्प्रदायों की बीच चल रहे दंगों का असर सीमा पार कर कछाड़ जिले के लखीपुर तक पहुंचने से रोकने के उद्देश्य से लखीपुर सम-जिला प्रशासन की पहल पर बुधवार दोपहर दूसरी बार सभा हुई। लखीपुर के विभिन्न जाति समूहों के नेताओं के साथ सभा का आयोजन लखीपुर नगरपालिका के कॉन्फ्रेंस हॉल में किया गया। सभा में मुख्य अतिथि के रूप में लखीपुर के विधायक कौशिक राय उपस्थित थे। जिला आयुक्त और लखीपुर पुलिस प्रमुख के संयुक्त आह्वान पर विभिन्न जाति समूहों के स्थानीय नेताओं ने दूसरी बार सभा में भाग लिया और अपनी राय व्यक्त की। सभा में अभियोजन पक्ष ने उपस्थित लोगों से लखीपुर सम जिले में शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की। सभा में लखीपुर विधायक कौशिक राय ने अपने संबोधन कहा कि लखीपुर क्षेत्र में सभी लोग सदियों से हर समुदाय के साथ ईमानदारी से रिश्ता निभा रहे हैं। आज तक लखीपुर में कोई जातीय दंगा नहीं हुआ है, आगे भी ऐसा न हो इसके लिए सभी को जागरूक होना होगा। कुछ शरारती लोगों ने सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाकर दंगे को भड़काने की कोशिश की, लेकिन लखीपुर के नागरिकों को पता था इसलिए कोई अप्रिय घटना नहीं घटी और सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी या पोस्ट करने वालों के खिलाफ उपयुक्त कार्रवाई के लिए पुलिस प्रशासन को आवेदन देने का अनुरोध किया। लखीपुर के जिला आयुक्त ध्रुबज्योति पाठक ने अपने संबोधन कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपने-अपने क्षेत्र में शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाएगा तो शांति एवं व्यवस्था बरकरार रहेगी। सभा में उपस्थित अन्य लोगों में कछाड़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शीतल कुमार, लखीपुर के पुलिस अधीक्षक पार्थ प्रतिम दुआरा, लखीपुर पुलिस स्टेशन ओसी मिराज दोले, सेवानिवृत्त एसीएस अधिकारी शांति कुमार सिंह, असम मणिपुरी विकास परिषद की अध्यक्षा और लखीपुर पुलिस स्टेशन समिति की अध्यक्षा रीना सिंह, लखीपुर एसटी बोर्ड के उपाध्यक्ष गोपाल रंगमाई, ऑल असम ट्रैवल एसोसिएशन का सदस्य थोमा मार, जयपुर थाना समिति के अध्यक्ष और वकील संजय कुमार ठाकुर, लखीपुर नगर पालिका के अध्यक्ष मृणाल कांति दास, लखीपुर सम- जिले के सहायक आयुक्त लक्ष्यजीत गोगोई और पंखी हजारिका, वीडीपी सलाहकार राजेन ग्वाला सहित अन्य अनेक लोग उपस्थित थे।