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मणिराम दीवान ट्रेड सेंटर में चार दिवसीय मेला 5 से
समापन समारोह में केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल होंगे शामिल
गुवाहाटी, 2 दिसंबर: बेतकुची स्थित मणिराम दीवान ट्रेड सेंटर में आगामी 5 से 8 दिसंबर तक राष्ट्रीय स्तर का स्वास्थ्य मेला “राष्ट्रीय आरोग्य मेला” 2024 का आयोजन किया जाएगा। इस संदर्भ में गुवाहाटी प्रेस क्लब में सोमवार को आयोजित पत्रकार सम्मेलन में शतशोर की संस्थापक अध्यक्ष डॉ. मंदिरा बरुआ, भारत सरकार के वन और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. हेमेन हजारिका, आईओसीएल के सेवानिवृत्त महाप्रबंधक मैनाक पात्रा, सहायक प्रोफेसर देवजीत दास मौजूद थे।
इस अवसर पर डॉ. मंदिरा बरुआ ने कहा कि “राष्ट्रीय आरोग्य मेला” का उद्घाटन 5 दिसंबर को मणिराम दीवान ट्रेड सेंटर में अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में महामहिम राज्यपाल माननीय लक्ष्मण प्रसाद आचार्य और माननीय केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री और आयुष मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रतापराव गणपतराव जाधव द्वारा किया जाएगा।
वही समापन समारोह में 8 दिसंबर 2024 को गुवाहाटी के बेतकुची स्थित मणिराम दीवान ट्रेड सेंटर में माननीय केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जल परिवहन मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि “राष्ट्रीय आरोग्य मेला” में पारंपरिक भारतीय चिकित्सा से जुड़े देश के विभिन्न हिस्सों से ग्रामीण चिकित्सक, जड़ी-बूटियों के अनुसंधान, उत्पादन और विपणन से जुड़े विभिन्न संस्थान, उद्योग और अनुभवी आयुर्वेदिक चिकित्सक शामिल होंगे।
“राष्ट्रीय आरोग्य मेला” में सेमिनार, लोकगीत प्रतियोगिताएं, पारंपरिक हर्बल चिकित्सा और आयुर्वेदिक विज्ञान पर चार दिवसीय प्रदर्शनी भी होगी। मेला सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक आगंतुकों के लिए खुला रहेगा।
इस मौके पर श्री पात्रा ने कहा कि “राष्ट्रीय आरोग्य मेला” में आगंतुकों के लिए प्रवेश निःशुल्क है। मेले में आने वाले लोगों को निःशुल्क उपचार भी मिलेगा।
“राष्ट्रीय आरोग्य मेला” शुरू होने से एक दिन पहले 4 दिसंबर को लक्ष्मीधर बोरा क्षेत्र से एक रंगारंग पारंपरिक शौभायात्रा निकाली जाएगी। इस शोभायात्रा में शैक्षणिक संस्थानों के विद्यार्थी और सैकड़ों ग्रामीण कहलुआ जड़ी-बूटियों और ग्रामीण संस्कृति से जुड़ी विभिन्न वस्तुओं के नाम वाली तख्तियां लेकर शामिल होंगे। हमें उम्मीद है कि यह आयोजन भारत और असम की समृद्ध पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली के वैज्ञानिक पहलुओं को संरक्षित करने और उन्हें अधिक व्यावहारिक बनाने के प्रति एक मजबूत जागरूकता पैदा करेगा। हम सभी क्षेत्रों के लोगों को इस शोभायात्रा तथा में राष्ट्रीय आरोग्य मेले में आने के लिए आमंत्रित करते हैं।