प्रे.स. शिलांग, 6 दिसंबर: दिनाँक 05/12/2024 को खादी और ग्रामोद्योग आयोग ,शिलांग कार्यालय द्वारा एक हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर हिंदी विभाग,पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय, शिलांग के सहायक आचार्य डॉ.आलोक सिंह उपस्थित रहे।इस कार्यक्रम में हिंदी कार्यशाला के वरिष्ठ कार्यकारी श्री दीपक कुमार ने सभी का स्वागत किया।मुख्य वक्त के तौर पर अपने विचार रखते हुए डॉ.आलोक सिंह ने सरकारी कार्यालयों में लिखे जाने वाले पत्रों के बारे में सभी को बताया और हिंदी में पत्रों के लिखे जाने पर बल दिया।सरकारी कार्यालय में लिखे जाने वाले पत्रों की सरलता और शब्दों की शुद्धता से भी लोगों को अवगत कराया।इसके बाद उन्होंने आज के समय मे चैट जीपीट के महत्व से भी परिचय करवाया और बताया कि इस डिजिटल युग में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में प्रगति ने विभिन्न उद्योगों में क्रांति ला दी है लोग एआई टूल्स का आज खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। एआई-संचालित परिवर्तन के सबसे प्रमुख उदाहरणों में चैट जीपीटी प्रमुख है, जो ओपनएआई द्वारा विकसित एक भाषा मॉडल है। सितम्बर 2021 तक गूगल पर उपलब्ध सामग्री पर ये चैट जीपीटी काम करता है। जैसे गूगल से आप सवाल करके संदर्भ प्राप्त कर सकते हैं वैसे ही चैट जीपीटी से सवाल करके विभिन्न वेबसाइटों पर उपलब्ध डेटा का एक संकलित उत्तर पा सकते हैं। अंत में राज्य कार्यालय खादी और ग्रामोद्योग आयोग,शिलांग के प्रभारी उपनिदेशक श्री राम सुरेश ने सभी का धन्यवाद प्रस्तुत किया।
हमारा ऐप डाउनलोड करें
- Admin
- December 7, 2024
- 11:33 am
- No Comments
खादी और ग्रामोद्योग आयोग ,शिलांग कार्यालय द्वारा आयोजित हुई हिंदी कार्यशाला
Share this post: