27 Views
प्रेरणा भारती शीतल निर्भीक ब्यूरो , वाराणसी। पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के भारतेंदु सभागार में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) विनीत कुमार श्रीवास्तव ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के 69वें महापरिनिर्वाण दिवस पर उनकी महान उपलब्धियों और योगदानों को याद करते हुए कहा, “बाबा साहब ने समाज में व्याप्त असमानता और भेदभाव को समाप्त कर नई राह दिखाई। उनका जीवन संघर्ष और समर्पण का अनुपम उदाहरण है, जिसे अपनाकर हम एक बेहतर समाज की रचना कर सकते हैं।”
डीआरएम श्रीवास्तव ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में बाबा साहब के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर ने शिक्षा और समानता को मौलिक अधिकारों के रूप में स्थापित किया, जिससे आज देश प्रगति के मार्ग पर है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब न केवल भारतीय संविधान के निर्माता थे, बल्कि वे एक समाज सुधारक, विधिवेत्ता और प्रेरणास्रोत भी थे। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं और समाज को नई दिशा देने के लिए प्रेरित करते हैं।
कार्यक्रम के दौरान डीआरएम ने डॉ. अंबेडकर के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक रोशन लाल यादव, राजेश कुमार सिंह, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर राकेश रंजन, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर अनिल श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शेख रहमान, वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी समीर पांल समेत रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
डीआरएम ने बाबा साहब के आदर्शों को आत्मसात करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि “हम सबका कर्तव्य है कि बाबा साहब के बताए मार्ग पर चलें और देश के विकास में अपना योगदान दें। उनकी शिक्षाओं को अपनाकर हम एक शिक्षित, सभ्य और समतामूलक समाज की स्थापना कर सकते हैं।”
विचार गोष्ठी में अनुसूचित जाति/जनजाति कर्मचारी संघ के मंडल मंत्री प्रमोद कुमार और मंडल अध्यक्ष टी. डुंग डुंग ने बाबा साहब के समाज सुधारक कार्यों पर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का समापन और धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी समीर पांल ने किया।
जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सभा में बाबा साहब के आदर्शों पर चलने और उनके विचारों को जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लिया गया। डीआरएम ने इस कार्यक्रम को सामाजिक समानता और एकता का प्रतीक बताते हुए इसे प्रेरणादायक बताया।