आलोचनाओं और नए विधेयकों के बीच बीटीसी शीतकालीन बजट सत्र 2024 शुरू
कोकराझार 12 दिसम्बर। बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद (बीटीसी) का 2024 शीतकालीन सत्र आज कोकराझार के बोडोफा नगवार स्थित बीटीसी विधान सभा हॉल में शुरू हुआ। सत्र की शुरुआत प्रश्नकाल से हुई, जिसमें विपक्षी नेता ने बीटीसी क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास, खासकर वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान चिंता जताई। असम सरकार के बोडोलैंड कल्याण विभाग ने बुनियादी ढांचे के लिए 250 करोड़ रुपये निर्धारित किए थे, लेकिन विपक्ष ने इन निधियों के उचित कार्यान्वयन और बीटीआर समझौता 2020 एमओएस पर सवाल उठाए।
विपक्ष ने विकास योजनाओं, वन, भूमि और राजस्व मामलों के कार्यान्वयन के मुद्दे भी उठाए और सत्तारूढ़ सरकार से इन क्षेत्रों में उनके प्रयासों पर स्पष्टीकरण मांगा।
जवाब में, परिषद ने सत्र के पहले दिन दो महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए। जल संसाधन विभाग से संबंधित बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद बाढ़ मैदान जोनिंग विधेयक 2024 और बीटीसी भूमि एवं राजस्व विनियमन विधेयक 2024, दोनों ही विभाग के कार्यकारी सदस्यों द्वारा प्रस्तुत किए गए। बीटीआर के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) प्रमोद बोरो ने पुष्टि की कि शुक्रवार को विधानसभा में बहस के बाद विधेयक पारित किए जाएंगे।
हालांकि, इस सत्र में विपक्ष की ओर से तीखी आलोचना भी देखी गई। विपक्षी नेता देरहासद बसुमतारी ने उठाए गए मुद्दों के बारे में संतोषजनक जवाब देने में विफल रहने के लिए सत्तारूढ़ सरकार की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के गठन के बाद से बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) की जनता के लिए पर्याप्त विकास योजनाओं और कल्याण कार्यक्रमों को लागू करने में बहुत कम प्रगति हुई है।
इस क्षेत्र को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दों पर आगे की चर्चाओं के साथ सत्र जारी रहने की उम्मीद है, जिसमें सदन के दोनों पक्ष अंतिम दिन और अधिक गहन बहस के लिए तैयार हैं।