त्रिवेणी पर पीएम मोदी का संगम अभिषेक: वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गूंजा महाकुंभ का संकल्प
♦️प्रेरणा भारती न्यूज़♦️(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
प्रयागराज। तीर्थराज प्रयागराज की पावन धरा पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिवेणी संगम में पूजा-अर्चना कर 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने जा रहे महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन की कामना की। संगम नोज पर आयोजित इस ऐतिहासिक अनुष्ठान में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पीएम मोदी ने गंगा, यमुना और सरस्वती की आरती उतारी और दुग्धाभिषेक किया। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किला घाट स्थित फ्लोटिंग जेटी से निषादराज क्रूज पर सवार होकर संगम नोज पहुंचे। सफेद कुर्ता-पजामा, नीली जैकेट और मैरून शॉल पहने पीएम मोदी ने क्रूज पर खड़े होकर यमुना की लहरों का आनंद लिया और पूरे क्षेत्र का अवलोकन किया। संगम तट पर पहुंचने पर उनका स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया।
संगम नोज पर पहुंचकर पीएम मोदी ने प्रमुख साधु-संतों से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। एक संत ने पीएम मोदी को मोतियों की माला भेंट की। इसके बाद प्रधानमंत्री वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पंडाल में पहुंचे, जहां तीर्थ पुरोहितों ने उन्हें आसन ग्रहण कराया। पूजा-अर्चना के दौरान पीएम ने त्रिवेणी का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक किया। इस दौरान उन्होंने अक्षत, चंदन, रोली, पुष्प और वस्त्र अर्पित कर वैश्विक कल्याण और महाकुंभ की सफलता का संकल्प लिया।
त्रिवेणी संगम की आरती उतारते हुए पीएम मोदी ने महाकुंभ के आयोजन को ऐतिहासिक बनाने का आह्वान किया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह भी उपस्थित रहे। अंत में पीएम मोदी ने संगम नोज पर विशेष रूप से सजाए गए प्रांगण में फोटोशूट भी कराया, जो इस ऐतिहासिक पल को यादगार बना गया।
त्रिवेणी पर आयोजित यह अनुष्ठान महाकुंभ 2025 की तैयारियों का शुभारंभ है, जिसमें देश और दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने आएंगे। प्रधानमंत्री का यह दौरा न केवल महाकुंभ की तैयारियों को गति देगा, बल्कि प्रयागराज की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को भी विश्व पटल पर मजबूती से स्थापित करेगा।




















