शिव कुमार, शिलचर 26 दिसंबर: विगत 24 दिसंबर असम विश्वविद्यालय के नजदीक आईरेंगमारा स्थित पुजारी बिल में जन शक्ति क्लब के द्वारा आयोजित रात्रि क्रिकेट प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रोजकांडी चाय बागान के प्रबंधक श्री ईश्वर भाई उबाड़िया ने खेलों के महत्व और युवाओं के समग्र विकास पर जोर दिया।शुभारंभ समारोह में श्री उबाड़िया ने कहा, हमारे देश के युवाओं के लिए खेल अत्यंत आवश्यक हैं। जो खेलेगा, वही पढ़ेगा और उनका सर्वांगीण विकास होगा। जो बच्चे खेलों में रुचि नहीं लेते, वे अक्सर गलत संगति और व्यसनों की ओर आकर्षित हो जाते हैं, जिससे उनका भविष्य प्रभावित होता है। खेल न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं, बल्कि अच्छे मित्र भी प्रदान करते हैं, जो उन्हें गलत राहों से दूर रखते हैं।उन्होंने आधुनिक समय में बच्चों के डिजिटल गेम्स पर अधिक निर्भरता पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, आजकल बच्चे मैदान में खेल खेलने की बजाय मोबाइल और कंप्यूटर गेम्स पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। मैं बच्चों से अपील करता हूं कि वे मोबाइल छोड़कर मैदान में उतरें और फुटबॉल, क्रिकेट, कबड्डी, खो-खो जैसे खेल खेलें। फिजिकल एक्टिविटी न केवल शरीर को स्वस्थ रखती है, बल्कि मन को भी तरोताजा करती है।श्री उबाड़िया ने खेलों से मिलने वाले लाभों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्कूल और यूनिवर्सिटी स्तर पर खेलों में भागीदारी से अतिरिक्त अंक और सर्टिफिकेट मिलते हैं, जो उच्च शिक्षा और नौकरी के अवसरों में मददगार साबित होते हैं। उन्होंने बताया कि डिफेंस और पुलिस जैसे क्षेत्रों में स्पोर्ट्स कोटा के तहत विशेष छूट मिलती है।खेलों को करियर के रूप में अपनाने पर उन्होंने सचिन तेंदुलकर, हिमा दास, लवलीना बोरगोहेन और मेरीकॉम जैसे महान खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुए युवाओं को प्रेरित किया। उन्होंने कहा, ये खिलाड़ी आज के युवाओं के लिए रोल मॉडल हैं। इनसे प्रेरणा लेकर युवा अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में बड़जलेंगा विकास अधिकारी परमिता देव, असम विश्वविद्यालय थाना प्रभारी धनबहादुर सरकी, सुबीर दत्ता मजूमदार, और दक्षिण असम प्रांत संस्कार भारती के सचिव बिमल पाल ने भी उपस्थिति दर्ज कराई। उनके प्रेरणादायक शब्दों ने युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।कार्यक्रम के दौरान जन शक्ति क्लब के सभी सदस्य भी उपस्थित थे।समारोह के अंत में श्री उबाड़िया ने युवाओं को खेलों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की प्रेरणा दी और प्रतियोगिता के आयोजन के लिए आयोजकों की सराहना की।”खेलें, आगे बढ़ें और अपने जीवन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं,” यह उनका संदेश था।





















