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प्रेरणा प्रतिवेदन हाफलांग, 4 जनवरी: पिछले रविवार का दिन हमारे लिए एक विशेष अवसर लेकर आया, जब सरस्वती विद्या मंदिर बोरो हफलोंग के शिक्षक और 9वीं-10वीं के छात्र-छात्राएं एक शैक्षिक भ्रमण पर निकले। सुबह 9:30 बजे विद्यालय से रवाना होकर, सभी ने रास्ते में विभिन्न प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लिया और अंततः सरस्वती विद्या मंदिर लांगटिंग पहुंचे।
लांगटिंग विद्यालय में हमारा स्वागत एक वार्षिक खेल समारोह के बीच हुआ। वहां के शिक्षकों और छात्रों ने हमें गर्मजोशी से स्वागत किया, जिससे हमें बहुत खुशी हुई। प्रधानाचार्य और समिति के सचिव के साथ बातचीत करना एक सुखद अनुभव था, जिसने हमें वहां की शैक्षणिक गतिविधियों और संस्कृति के बारे में और अधिक जानने का अवसर दिया। इस बातचीत के बाद, हमने एक सामूहिक फोटो खींचा, जो इस यादगार दिन का एक हिस्सा बन गया।
इसके बाद, हम अपने गंतव्य की ओर बढ़ चले, इस अनुभव को अपने साथ लेकर। यह भ्रमण न केवल शैक्षिक था, बल्कि हमारे लिए एक नई जगह और संस्कृति को जानने का भी अवसर था। शाम को हम लंका पहुंचे, जहां हमने खाना खाया और बाजार में कुछ समय बिताया। रात को हम उमरांग्सो के विद्यालय पहुंचे, जहां सभी ने हमारा स्वागत किया। वहां के लोगों की मेहमाननवाजी ने हमें बहुत प्रभावित किया।
सुबह जल्दी उठकर, हमने नाश्ता किया। श्रीमती देवी जमुना और सरस्वती विद्या मंदिर उमरांग्सो के लोगों ने हमारे लिए बेहतरीन व्यवस्था की, जिसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं। नाश्ते के बाद, हम उमरांग्सो विद्यालय से गोल फील्ड के लिए निकल पड़े। रास्ते में बच्चों ने उमरांग्सो बाजार और वहां की विभिन्न चीजों को देखा। गोल्फ फील्ड पहुंचने पर, वहां का वातावरण बहुत ही सुंदर था, और सभी ने वहां मौज-मस्ती की।
गोल्फ फील्ड में हमने मिलकर खाना बनाया और सभी ने एक साथ भोजन किया। खाना खाने के बाद, हम पानीमोर के लिए निकले। पानीमोर वॉटरफॉल, जो उमरांग्सो से 40 किलोमीटर दूर है, पहुंचने पर हमने वहां के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया। बच्चों ने वहां की प्राकृतिक चीजों को देखा और समझा, जो उनके लिए एक अद्भुत अनुभव था।
शाम को 4:30 बजे, हम पानीमोर से वापस लौटने के लिए रवाना हुए। रास्ते में लंका में कुछ समय बाजार में बिताया और फिर 7:30 बजे लंका से हफलोंग के लिए रवाना हुए। रात 12:30 बजे हम सभी हफलोंग विद्यालय पहुंचे।
यह शैक्षणिक भ्रमण हमारे लिए बहुत ही प्रेरणादायक रहा। हमने न केवल नई जगहों का दौरा किया, बल्कि विभिन्न अनुभव भी प्राप्त किए। इस यात्रा ने हमें एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करने, नई चीजें सीखने और एक नई संस्कृति को समझने का अवसर दिया। हम सभी इस यात्रा को हमेशा याद रखेंगे और इसके अनुभवों को अपने जीवन में लागू करने का प्रयास करेंगे।
इस प्रकार, यह शैक्षिक भ्रमण न केवल ज्ञानवर्धक था, बल्कि हमारे लिए एक नई दृष्टि और प्रेरणा का स्रोत भी बना। हम सभी ने मिलकर इस यात्रा का आनंद लिया और इसे अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना। उपरोक्त जनकारी सरस्वती विद्या मंदिर बोरो हाफलोंग की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति में प्रदान की गई।