प्रे.स. शिलचर, 17 जनवरी: शिलचर के ऐतिहासिक और सौ साल से भी अधिक पुराने नृसिंह अखाड़ा में धार्मिक महत्व के साथ-साथ सुविधाओं से युक्त भवनों का निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है। यहां नृसिंह भगवान, हनुमान, शिव-पार्वती, श्याम बाबा, रामदेव महाराज, गणेश, रामदरवार और दुर्गा-करणी माता के मंदिरों की भव्य श्रृंखला का निर्माण किया गया है। अब तक पहले और दूसरे तल्ले का निर्माण कार्य जारी है, और इसे शीघ्र पूर्ण करने की योजना है।
नृसिंह अखाड़ा के सचिव और अध्यक्ष की टीम ने आर्थिक अभाव के बावजूद इस निर्माण कार्य की शुरुआत की। 2010 में गोपीकिसन मोहता ने अध्यक्ष पद संभाला और इसके बाद से काम में गति आई। तीन वर्षों के बाद कुंज बिहारी अग्रवाल के अध्यक्ष बनने के बाद, निर्माण कार्य और अधिक व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ा। सचिव विकास सारदा, जो निरंतर निर्माण कार्य की देखरेख कर रहे हैं, धनसंग्रह के लिए दाताओं से भी अपील कर रहे हैं।
समिति की बैठक में निर्णय लिया गया है कि नृसिंह अखाड़ा परिसर में दो अत्याधुनिक भवनों का निर्माण किया जाएगा। इनमें एक धर्मशाला, विवाह भवन और चिकित्सा केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इन भवनों में लिफ्ट की सुविधा, जल व्यवस्था, बिजली, और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था भी की जाएगी। इसके अलावा, नजदीकी वर्षों में दोनों तल्ले आलीशान और आधुनिक भवनों में तब्दील हो जाएंगे, जो भक्तों और आगंतुकों के लिए एक समर्पित और आरामदायक स्थान प्रदान करेंगे।
नृसिंह अखाड़ा के इस निर्माण कार्य से न केवल स्थानीय समाज को लाभ होगा, बल्कि यह क्षेत्र के धार्मिक और सामाजिक जीवन को भी एक नई दिशा प्रदान करेगा।




















