प्रे.स., शिलचर, 18 जनवरी: नेहरू कॉलेज, पैलापूल में 18 जनवरी को आयोजित एनुअल सोशल मीट के दौरान एक नाटक को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। कॉलेज के एनसीसी बॉयज यूनिट के सीटीओ और अध्यापक रोंघफर ने अपने कुछ एनसीसी कैडेट्स के साथ एक नाटक का मंचन किया, जिसका उद्देश्य “एकता में विविधता” को प्रदर्शित करना था।
नाटक में भगवान श्रीकृष्ण को मुस्लिम टोपी पहनाकर नमाज अदा करते हुए दिखाया गया। इस दृश्य से कॉलेज के हिंदू छात्रों में नाराजगी फैल गई। मामले ने तूल पकड़ा, जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध करते हुए कॉलेज परिसर में प्रदर्शन शुरू कर दिया।
प्रदर्शन के दबाव और बढ़ते तनाव को देखते हुए संबंधित शिक्षक ने लिखित माफी मांग ली और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न होने का आश्वासन दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों को भी कॉलेज में तैनात किया गया।
कॉलेज प्रशासन ने विद्यार्थी परिषद और बजरंग दल के दबाव में आकर शिक्षक को माफी मांगने के लिए बाध्य किया। इसके बाद, विरोध प्रदर्शन शांत हुआ और छात्रों के बीच संतोष देखा गया।
इस घटना ने कॉलेज परिसर में धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं को लेकर एक बड़ी बहस छेड़ दी है।




















