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चंद्रशेखर ग्वाला लखीपुर, 19 जनवरी: चाय बागानों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक ‘झुमूर बिनोदिनी’ (मेगा झुमुर) उत्सव, 24 फरवरी को गुवाहाटी के प्रसिद्ध सरू सोजाइ स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। इस बहुप्रतीक्षित महोत्सव को लेकर राज्य के संस्कृति प्रेमी नागरिकों में भारी उत्साह है।
यह महोत्सव असम की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और कला का शानदार प्रदर्शन करेगा। महोत्सव में भाग लेने के लिए प्रतिभाओं का चयन और प्रशिक्षण प्रक्रिया 20 जनवरी से शुरू होगी। लखीपुर उप-जिले के लाबक चाय बागान खेल मैदान में 21 जनवरी से विधानसभा स्तर पर चयन प्रक्रिया आयोजित की जाएगी।
विशेषज्ञों की देखरेख में चयन और प्रशिक्षण
कछाड़ जिले की सभी विधानसभा क्षेत्रों से आए प्रतिभागियों के कौशल का मूल्यांकन गुवाहाटी से आए विशेषज्ञ करेंगे। चयनित प्रतिभागियों के लिए 21 से 23 जनवरी तक तीन दिवसीय गहन प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण गुवाहाटी के एक प्रतिष्ठित सांस्कृतिक विशेषज्ञ की देखरेख में होगा, जिससे प्रतिभागी अपने कौशल को और निखार सकें।
व्यवस्थाओं पर जोर
आज कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण एडीसी दीपा दास ने किया। उनके साथ दुलन बाउरी, उत्तम ग्वाला, जयप्रकाश तिवारी और जयश्री पानिका ने चाय बागान के लोगों से बातचीत की और आयोजन को सफल बनाने पर जोर दिया। आयोजकों ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान सभी प्रतिभागियों के लिए नाश्ते और दोपहर के भोजन की व्यवस्था की गई है। साथ ही, प्रतिभागियों के आने-जाने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
‘झुमूर बिनोदिनी’ उत्सव असम की सांस्कृतिक विरासत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने और इसे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।