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चंद्रशेखर ग्वाला लखीपुर, 23 जनवरी: गुरूवार को लखीपुर के विधायक और राज्य मंत्री कौशिक राय ने लखीपुर बंगाली डेवलपमेंट एसोसिएशन के प्रबंधन के तहत नेताजी की 128 वीं जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2026 इं से पहले लखीपुर में नेताजी की सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पूर्ण रूप से स्थापित कर दी जायेंगी। अपनी बात रखते हुए उन्होंने आगे कहा कि पूरे भारत में पिछले चार वर्षों से 23 जनवरी को नेताजी का जन्मदिन को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। नेता जी का जन्म 1897 में हुआ था। 48 वर्ष से कम के जीवन में न केवल भारत में, बल्कि विश्व के लोगों और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा के स्वरूप हैं। आज भी पूरे भारत में नेता जी के आदर्श, उनके जीवन मूल्य और उनके द्वारा दिखाया गया मार्ग प्रासंगिक हैं। लाखों युवक-युवतियां नेताजी के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज में काम कर रहे हैं। नेताजी की जो मानसिकता थी, जो महत्वाकांक्षा थी, उस महत्वाकांक्षा में सफल होने के लिए उन्होंने आईएएस पास किया, लेकिन वे ब्रिटिश सरकार की गुलामी समझकर उन्होंने नौकरी से इनकार कर दिया । उन्होंने अपना जीवन देश की सेवा में समर्पित करने के दृढ़ संकल्प के साथ काम करना शुरू कर दिया। और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ दिया और एक नया संगठन बनाया। पहले उन्होंने फॉरवर्ड ब्लॉक और बाद में इंडियन नेशनल आर्मी का गठन किया। उन्होंने यह भी कहा कि जब विश्व युद्ध चल रहा था, तब दुनिया के लगभग सभी देश अंग्रेजों के गुलाम के रूप में काम कर रहे थे। उस समय उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य को चुनौती दी और भारतीयों को दासता से मुक्त कराने के लिए चल पड़े। वह इसे आज हर किसी के लिए प्रेरणा मानते हैं। नेताजी का जन्मदिन बहुत पहले से मनाया जाता रहा है। पिछले चार वर्ष से यह दिन पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। भारत के लोग नेताजी से प्रेरणा लेकर उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त कर सकें, इसकी व्यवस्था की गई है। आज 23 जनवरी को नेताजी के जन्मदिन पर नवगठित लखीपुर बंगाली विकास संगठन ने आधिकारिक तौर पर अपनी पहली यात्रा शुरू कीं। केवल लखीपुर क्षेत्र में ही नहीं बल्कि सभी जिलों में बंगाली विकास संगठन है।कौशिक ने भविष्य में क्षेत्र के अलावा सभी जिलों में जाति एवं भाषा समुदाय के लोगों के साथ मिलकर संगठन को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। इसके अलावा, असम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विश्वतोष चौधरी, पैलापुल नेहरू ने भी इस अवसर पर बात की,,,,, कॉलेज के प्रिंसिपल शुभजीत चक्रवर्ती, जोगई मथुरा हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल शिल्पाजीत पाल, लखीपुर नगर पालिका के अध्यक्ष मृणाल कांति दास, बंगाली विकास निगम के अध्यक्ष प्रीतम देबराय, उपाध्यक्ष पिंटू लालरॉय, संपादक अशोक रॉय। देबाशीष रॉय ने अपने अपने वक्तव्य प्रस्तुत किया। सभा आरंभ होने से पहले बंगाली विकास संगठन की केंद्रीय समिति के सदस्य प्रत्येक शाखा समिति के सदस्यों के साथ गुरुवार सुबह 9 बजे लखीपुर शहर में नेताजी की प्रतिमा के सामने एकत्र हुए। लखीपुर के विधायक और राज्य मंत्री कौशिक रॉय विभिन्न संगठनों के सदस्यों के साथ वहां उपस्थित रहकर माल्यादान और पुष्पांजली प्रदान किया । नेताजी सुभाष के मुर्ती के पास से एक विशाल जुलूस शहर के विभिन्न मार्गों का परिक्रमा करते हुए फुलेरतल मल्टीपरपज हॉल में समाप्त हुआ।जुलूस में मंत्री कौशिक राय, बंगाली विकास संगठन समेत विभिन्न संगठनों के सदस्य शामिल थे।इसके अतिरिक्त जिन संगठनों ने नेताजी की प्रतिमा के लिए धन दान किया है, उनमें लखीपुर नेताजी प्रतिमा रखरखाव समिति भी शामिल है।बंगाली विकास संगठन, बराक बंग लखीपुर क्षेत्रीय समिति, लखीपुर रामकृष्ण सेवाश्रम संघ, लखीपुर मर्चेंट एसोसिएशन, फुलेरतल सरगम शिल्पी संघ, पुर्व कछाड़ प्रेस क्लब लखीपुर, फुलेरतल मर्चेंट एसोसिएशन, लखीपुर समर्पण फाउंडेशन, संगमरी सत्यसेना क्लब, चिरिपुल चरिवेति क्लब, विभिन्न बंगाली विकास संगठन शाखा समितियों सहित और भी कई संगठन शामिल है।