हाथीछोरा में चाय बागान के बच्चों के साथ सांस्कृतिक और शैक्षिक पहल
प्रेरणा संवाददाता, शिलचर, 27 जनवरी: वनबंधु परिषद, शिलचर चैप्टर के तत्वावधान में हाथीछोरा चाय बागान स्थित मुरलीधर ग्राम के एकल विद्यालय के छात्रों के साथ एक विशेष वनयात्रा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और आदिवासी परिवेश को नजदीक से समझना, वहां की शिक्षा और सांस्कृतिक धरोहरों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। इस आयोजन में वनबंधु परिषद की महिला समिति ने भी अहम भूमिका निभाई।
वनयात्रा के दौरान बच्चों के लिए विभिन्न सांस्कृतिक और शैक्षिक गतिविधियां आयोजित की गईं। छात्रों ने गीत, नृत्य, श्लोक, कहानियां और दोहे प्रस्तुत किए, जिसे उपस्थित लोगों ने सराहा और तालियों से उनका उत्साहवर्धन किया। संसाधनों की कमी के बावजूद बच्चों की प्रतिभा और उत्साह ने सभी को गहराई से प्रभावित किया।
वनबंधु परिषद, शीलचर चैप्टर के संरक्षक ईश्वर भाई उभाड़िया ने कहा कि परिषद का उद्देश्य वनवासी बच्चों को शिक्षा और भारतीय संस्कृति से जोड़कर उन्हें सशक्त और संस्कारित बनाना है। उन्होंने कहा, “एकल विद्यालय में प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चे न केवल साक्षर बनते हैं, बल्कि सच्चे देशभक्त भी बनते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि परिषद के देशभर में एक लाख केंद्र चल रहे हैं, और उनका लक्ष्य एक करोड़ बच्चों तक पहुंचने का है। सिलचर चैप्टर के तहत वर्तमान में 1850 विद्यालय संचालित हो रहे हैं।
इस अवसर पर परिषद के पूर्व अध्यक्ष हनुमान जैन, राजेंद्र अग्रवाल, सुंदरी पटवा, हेमलता सिंगोदिया, दिलीप जैन, प्रवीण जैन, कन्हैयालाल सिंगोदिया, प्रमोद शर्मा, राजेंद्र जिंदल, राजन कुंवर, केतन सिंगोदिया, युगल किशोर त्रिपाठी, प्रमोद जायसवाल, योगेश दुबे और महिला समिति की श्रीमती बिमला जैन सहित अन्य गणमान्य सदस्यों की उपस्थिति रही। महिला समिति की ओर से निर्मला खंडेलवाल, श्रीमती नीरू शर्मा, राजेश्वरी शर्मा, शेफाली खंडेलवाल, आशा जिंदल, बबीता अग्रवाल और अन्य सदस्यों ने कार्यक्रम की सफलता में योगदान दिया। पूर्णकालीन कार्यकर्ताओं में बाबुल नुनिया, राजू कुर्मी, निकिता आदि की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम के दौरान वनभोजन का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों और सभी सदस्यों ने एक साथ भोजन किया। इस यात्रा ने बच्चों में आत्मविश्वास, सामूहिकता और राष्ट्रप्रेम की भावना को मजबूत किया।
वनबंधु परिषद, शिलचर चैप्टर ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी प्रतिभागियों और सहयोगियों का आभार व्यक्त करते हुए समाज के और अधिक लोगों से इस मुहिम से जुड़ने का आह्वान किया।
(प्रेरणा भारती दैनिक)





















