311 Views
प्रे.स. हाइलाकांदी, 01 फरवरी: आईसीएआर-कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), हाइलाकांदी ने मोइनुल हक चौधरी मेमोरियल साइंस कॉलेज, अलगापुर के सहयोग से “वैज्ञानिक मत्स्य पालन प्रथाओं के माध्यम से ग्रामीण युवाओं में उद्यमिता विकास को बढ़ावा” विषय पर एक 10-दिवसीय व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया। यह प्रशिक्षण 22 से 31 जनवरी 2025 तक चला और इसे आईसीएआर-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो (ICAR-NBFGR) द्वारा समर्थित किया गया। इसका उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को मत्स्य और जलीय कृषि में वैज्ञानिक ज्ञान और व्यावहारिक कौशल प्रदान करके उन्हें उद्यमिता के लिए प्रेरित करना था।
प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र में डॉ. योगिशाराध्य आर., वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, आईसीएआर-केवीके हाइलाकांदी ने पाठ्यक्रम निदेशक के रूप में कार्यक्रम की अगुवाई की। इस अवसर पर डॉ. यज्ञेश्वर देब (एस.एस. कॉलेज) को मुख्य अतिथि और श्री अब्दुस सलाम, जिला मत्स्य विकास अधिकारी (DFDO), हाइलाकांदी को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया।
कार्यक्रम के समन्वयक के रूप में डॉ. बिजय छेत्री और अंगोम बलेश्वर सिंह (आईसीएआर-केवीके हाइलाकांदी) तथा डॉ. अबुल फजल मजूमदार (एमएचसीएम साइंस कॉलेज, अलगापुर) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को निम्नलिखित महत्वपूर्ण विषयों पर व्यावहारिक जानकारी और अनुभव प्राप्त हुआ: वैज्ञानिक मत्स्य पालन तकनीकेंI कार्प मछलियों के प्री- और पोस्ट-स्टॉकिंग प्रबंधनI मत्स्य पालन में जल गुणवत्ता प्रबंधनI कार्प हैचरी प्रबंधनI मत्स्य पालन में उद्यमिता के अवसरI प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) और इसके लाभI प्रशिक्षण के दौरान श्री अब्दुस सलाम (DFDO, हाइलाकांदी), शिवा रजक, अंगोम बलेश्वर सिंह और डॉ. एस. बिद्यासागर जैसे अनुभवी विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए। इन सत्रों के माध्यम से तकनीकी ज्ञान और उद्योग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रतिभागियों को प्रदान की गईं।
प्रशिक्षण में एमएचसीएम साइंस कॉलेज के 31 स्नातक छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। समापन सत्र के दौरान, सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र, CIFE जल परीक्षण किट और CIFAX वितरित किए गए, ताकि वे अपने सीखे हुए ज्ञान को व्यवहारिक रूप से लागू कर सकें।
समापन समारोह में डॉ. योगिशाराध्य आर. (वरिष्ठ वैज्ञानिक, आईसीएआर-केवीके हाइलाकांदी), श्री अब्दुस सलाम (DFDO, हाइलाकांदी) और श्री इमरान हुसैन (जिला मत्स्य अधिकारी, हाइलाकांदी) सहित एमएचसीएम साइंस कॉलेज के अन्य संकाय सदस्य उपस्थित रहे।
इस सत्र का समन्वय डॉ. अबुल फजल मजूमदार और श्री अंगोम बलेश्वर सिंह ने किया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीण युवाओं में मत्स्य पालन उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। इस पहल से हाइलाकांदी जिले में मत्स्य पालन क्षेत्र के वैज्ञानिक और आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी।




















