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श्रीभूमि- असम-त्रिपुरा सीमा पर स्थित चुराईबारी शाह मुतलाबी मोकाम का वार्षिक उर्स महफिल संतों, पीरों और फकीरों, बाउलों और कलाकारों सहित विभिन्न समुदायों के हजारों धार्मिक लोगों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। हर साल यह उरूज़ महाफ़िल एक अंतरधार्मिक सभा का रूप ले लेता है। सभी धर्मों के लोग इस स्थान पर आस्था रखते हैं और अपने धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार यहां आते हैं। उरूज महफिल के विभिन्न कार्यक्रम गुरुवार सुबह 7 बजे शुरू हुए और शुक्रवार सुबह 7 बजे तक जारी रहे। विशेष अतिथियों में स्वामी धन्यनाथ अवधूत महाराज, कटामोनी साइनोसुरे अकादमी के प्रिंसिपल नूरुल आलम, पुलिस अधिकारी प्रणव मिली, बीट अधिकारी सलीम उद्दीन चौधरी, बराक घाटी सर्वधर्म समन्वय सभा के केंद्रीय महासचिव एचएम अमीर हुसैन, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष हैदर अली, पूर्व बागान जीपी अध्यक्ष शिप्रा रानी कैरी, सामाजिक कार्यकर्ता हबीज उद्दीन, जैनुल हक, पत्रकार नूरुल इस्लाम और अन्य शामिल थे। विशिष्ट अतिथि शिप्रारानी कैरी ने अपने भाषण में कहा कि मुतलाबी मोकाम एक जागृत मोकाम है। इसका प्रमाण मोकम में वार्षिक उरूज महाफिल में लोगों का उमड़ना है। उन्होंने राय व्यक्त की कि मोकम चौक पर स्थित दो विशाल वृक्षों का चमत्कारिक दृश्य पीर मुतालिब का काम था। शिप्रा रानी कैरी और हैदर अली ने बस्ती में सड़कें बनाने, बिजली और पानी उपलब्ध कराने का प्रयास करने का वादा किया। अतिथियों का स्वागत मोकम प्रबंधन समिति के अध्यक्ष यासीन अली और संपादक अब्दुल रऊफ, साद उद्दीन सद्दाम, अब्दुल हक और सिराज उद्दीन ने किया। मोकम खादिम अफ्तार अली, मुजीबुर रहमान और मायर्स अली ने इसका समर्थन किया। सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन सर्वधर्म समन्वय सभा के महासचिव एचएम आमिर हुसैन ने किया। उन्होंने प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किये। बीएसएफ ने कार्यक्रम में 6,000 लीटर शुद्ध पानी उपलब्ध कराया।




















