प्रेरणा प्रतिवेदन करीमगंज, 9 फरवरी: अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC) और ह्यूमन साइंस फोरम, श्रीभूमि जिला समिति के संयुक्त तत्वावधान में करीमगंज बंग भवन में मरणोत्तर देहदान एवं नेत्रदान शिविर तथा जागरूकता सभा का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की अध्यक्षता ह्यूमन साइंस फोरम के केंद्रीय अध्यक्ष एवं AITUC के वरिष्ठ नेता चंदन चक्रवर्ती ने की।
मरणोत्तर देहदान को लेकर जागरूकता बढ़ाने की पहल
सभा की शुरुआत में चंदन चक्रवर्ती ने उपस्थित सभी लोगों का स्वागत करते हुए मरणोत्तर देहदान के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह एक महान कार्य है, जो समाज और चिकित्सा जगत के लिए अनमोल योगदान साबित हो सकता है। चक्रवर्ती ने बताया कि उनकी संस्था पिछले कई वर्षों से इस अभियान को चला रही है और इसके माध्यम से समाज में जागरूकता पैदा करने का निरंतर प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा, “हमारे प्रयासों से अब तक कई लोग मरणोत्तर देहदान और अंगदान के लिए संकल्पबद्ध हो चुके हैं, लेकिन हमें इस संख्या को और बढ़ाने की आवश्यकता है। समाज के शिक्षित, प्रगतिशील और संवेदनशील लोगों को आगे आकर इस पुनीत कार्य में भाग लेना चाहिए।”
12 लोगों ने किया मरणोत्तर देहदान का संकल्प
इस अवसर पर 12 लोगों ने मरणोत्तर देहदान का संकल्प लिया और अनुबंध-पत्र पर हस्ताक्षर किए। संकल्प लेने वालों में शामिल हैं – सीमा दे, लक्ष्मी दास, परिमल दे, सुब्रत कुमार दास, अनन्या दत्ता, अजीत कुमार धर, सुमिता चौधरी, मयूरी धर, बीजित लाल चंद आदि।
AITUC और ह्यूमन साइंस फोरम, श्रीभूमि (करिमगंज) जिला समिति की ओर से सभी संकल्पकर्ताओं को उत्तरिय भेंट कर सम्मानित किया गया।
विशेषज्ञों ने रखी अपनी राय
इस अवसर पर जिले के कई प्रतिष्ठित चिकित्सक, शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभा में करिमगंज के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. मोस्तफा अहमद, वरिष्ठ शिक्षाविद सोनित रंजन दत्ता, प्रख्यात शिक्षक शुशुभन चौधरी, ह्यूमन साइंस फोरम के केंद्रीय सचिव हनीफ बड़भूइया, केंद्रीय समिति के प्रमुख सदस्य विवेक आचार्य, केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं श्रीभूमि जिला सचिव मनोज देव, जिला सचिव प्रवीर रंजन नाथ, करिमगंज प्रेस क्लब के अध्यक्ष पी.के. राय समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
सभा को संबोधित करते हुए विवेक आचार्य ने कहा कि मानवता के दृष्टिकोण से यह एक अत्यंत सराहनीय कार्य है। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार को मरणोत्तर देहदान को सुचारू रूप से क्रियान्वित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा, “यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि मृत्यु के बाद संकल्पकर्ताओं के पार्थिव शरीर को शीघ्र ही अस्पताल पहुंचाने की उचित व्यवस्था हो। इसके लिए सरकार को अलग से एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करानी चाहिए। अस्पतालों में शवों के सुरक्षित संरक्षण के लिए अलग से मॉर्चुरी (मृतकगृह) और कफिन की व्यवस्था की जानी चाहिए।”
सभा को अन्य वक्ताओं – मनोज देव, प्रवीर रंजन नाथ, पी.के. राय, शुशुभन चौधरी, सोनित रंजन दत्ता और डॉ. मोस्तफा अहमद ने भी संबोधित किया। सभी ने इस पहल की सराहना की और इसे समाज के लिए आवश्यक कदम बताया।
अंत में चंदन चक्रवर्ती ने सभा में उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।
संक्षेप में:
- आयोजन स्थल: करीमगंज बंग भवन
- आयोजक: AITUC और ह्यूमन साइंस फोरम, श्रीभूमि जिला समिति
- मुख्य उद्देश्य: मरणोत्तर देहदान एवं नेत्रदान को लेकर जागरूकता बढ़ाना
- मुख्य वक्ता: चंदन चक्रवर्ती, विवेक आचार्य, डॉ. मोस्तफा अहमद, पी.के. राय आदि
- संकल्प लेने वाले: 12 लोग
- महत्वपूर्ण सुझाव: सरकार को देहदान हेतु एंबुलेंस, मॉर्चुरी और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए।
यह कार्यक्रम समाज में मरणोत्तर देहदान को लेकर जागरूकता फैलाने और लोगों को इस महान कार्य के लिए प्रेरित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।




















