प्रेरणा प्रतिवेदन नई दिल्ली, 13 फरवरी: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का नया और अत्याधुनिक मुख्यालय “केशव कुंज” बनकर तैयार हो गया है। यह भव्य कार्यालय 19 फरवरी 2025 को शिवाजी जयंती के अवसर पर राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। इस लोकार्पण समारोह में RSS प्रमुख डॉ. मोहनराव भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।
समाज के सहयोग से बना आधुनिक संघ कार्यालय
RSS के इस नए मुख्यालय का निर्माण 75000 स्वयंसेवकों और दानदाताओं द्वारा दिए गए 150 करोड़ रुपये की धनराशि से हुआ है। इसका डिज़ाइन भारतीय स्थापत्य कला को समेटे हुए सादगी और आधुनिकता का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है। नए भवन की वास्तुकला में गुजरात और राजस्थान की पारंपरिक शैली के साथ भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
इतिहास और विस्तार की यात्रा
RSS का दिल्ली स्थित मुख्यालय झंडेवालान में 1939 में स्थापित हुआ था। समय के साथ इसके विस्तार की आवश्यकता महसूस हुई, जिसके चलते 1962 और 1980 में निर्माण कार्य हुए। संगठन की बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए 2016 में सरसंघचालक मोहन भागवत जी ने नए भवन के लिए भूमि पूजन किया और अब, 2025 में यह विशाल परिसर पूर्ण रूप से तैयार है।
भव्यता और सुविधाओं से युक्त तीन टॉवर
करीब 4 एकड़ में फैले इस नए संघ कार्यालय का कुल निर्माण क्षेत्र 5 लाख स्क्वायर फीट है। इसमें तीन प्रमुख टॉवर बनाए गए हैं, जिनके नाम “साधना”, “प्रेरणा” और “अर्चना” रखे गए हैं।
- साधना टॉवर – इसमें RSS के प्रमुख प्रकाशनों “भारत प्रकाशन”, “सुरुचि प्रकाशन”, “पांचजन्य” और “ऑर्गनाइजर” के कार्यालय रहेंगे। साथ ही, प्रचार-प्रसार विभाग भी यहीं संचालित होगा।
- प्रेरणा टॉवर – इसमें सरसंघचालक, सरकार्यवाह और अखिल भारतीय पदाधिकारियों के ठहरने की व्यवस्था होगी। छोटे-बड़े बैठक कक्ष भी बनाए गए हैं।
- अर्चना टॉवर – यह स्वयंसेवकों, प्रवासी पदाधिकारियों और कर्मचारियों के आवास के लिए होगा।
विशाल सभागार और लाइब्रेरी
RSS के इस नए मुख्यालय में तीन बड़े हॉल बनाए गए हैं:

- “अशोक सिंघल सभागार” – 463 लोगों की बैठक क्षमता।
- अन्य दो सभागार – एक में 650, जबकि दूसरे में 250 लोग बैठ सकते हैं।
इसके अलावा, 8वीं मंजिल पर एक विशाल और आधुनिक लाइब्रेरी बनाई गई है, जिसमें 8000 से अधिक पुस्तकें उपलब्ध हैं। यह लाइब्रेरी विभिन्न धर्मों, भारतीय संस्कृति और संविधान से जुड़ी पुस्तकों से समृद्ध है।
पर्यावरण-संवेदनशील निर्माण और हाई-टेक सुविधाएँ
- सौर ऊर्जा संयंत्र – 140 kW का सोलर पैनल सिस्टम लगाया गया है।
- जल संरक्षण – परिसर में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) स्थापित किया गया है, जिससे किसी भी तरह का वेस्ट बाहर नहीं जाएगा।
- लकड़ी की जगह ग्रेनाइट के दरवाजे और खिड़कियाँ – पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए लकड़ी की खपत कम की गई है।
स्वास्थ्य और भोजन व्यवस्था
- मेडिकल डिस्पेंसरी – यह संघ कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम जनता के लिए भी खुली रहेगी।
- छोटा हॉस्पिटल – 5 बेड की सुविधा वाला इमरजेंसी केयर यूनिट भी तैयार किया गया है।
- भोजनालय – एक समय में 80 लोगों के भोजन की व्यवस्था है।
सुरक्षा और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखा गया
इस नए मुख्यालय की सुरक्षा और संरचना को भविष्य की आवश्यकताओं के अनुसार तैयार किया गया है। यहाँ एक विशाल 270-वाहनों की पार्किंग सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।

शिवाजी जयंती पर नए युग की शुरुआत
19 फरवरी 2025 को आयोजित लोकार्पण समारोह में संघ के शीर्ष नेतृत्व और वरिष्ठ स्वयंसेवकों की उपस्थिति में यह आधुनिक मुख्यालय राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। “केशव कुंज” का यह नया स्वरूप संघ के बढ़ते कार्यों और उसकी संगठनात्मक शक्ति का प्रतीक बनेगा।





















