प्रीतम दास, हाइलाकांदी, 12 फरवरी: हाइलाकांदी जिले के अभिभावक मंत्री कृष्णेंदु पाल ने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि जिले में चल रही सभी विकास परियोजनाओं को आगामी 31 दिसंबर 2025 तक अनिवार्य रूप से पूरा किया जाए। बुधवार को हाइलाकांदी में आयोजित एक समीक्षा बैठक में उन्होंने यह निर्देश जारी किए।
बैठक के दौरान मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि चाय बागान क्षेत्रों में मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। कृषि विभाग को रबी फसल के बीज वितरण की अद्यतन सूची तुरंत जमा करने का निर्देश दिया गया, ताकि इस प्रक्रिया की निगरानी की जा सके।
जल संसाधन विभाग को कटाखाल और धलेश्वर नदी के आधार पर एक बड़े सिंचाई परियोजना को क्रियान्वित करने के निर्देश दिए गए। मत्स्य विभाग को मार्च से जुलाई के दौरान मछलियों के प्रजनन काल में किसी भी प्रकार की मछली पकड़ने पर सख्ती से रोक लगाने को कहा गया। इसके अलावा, चाय बागानों की परती जमीन और अमृत सरोवर योजना के तहत चयनित जलाशयों में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने की भी हिदायत दी गई।
पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग को निष्क्रिय जॉब कार्ड को तत्काल निरस्त करने और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत घरों का निर्माण 95 दिनों के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए गए। वन विभाग को वन क्षेत्रों में जनजातीय समुदाय के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी गई।
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि हाइलाकांदी-धोआरबंद 24 किलोमीटर कॉसम-माला सड़क परियोजना का 20% कार्य पूरा हो चुका है। मंत्री कृष्णेंदु पाल ने स्पष्ट किया कि सभी विभागों को सरकारी नीतियों और दिशानिर्देशों का पालन करते हुए विकास कार्यों में तेजी लाने की आवश्यकता है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में विधायक जाकिर हुसैन लश्कर, निजामुद्दीन चौधरी, जिला उपायुक्त निसर्ग हिवारे, भाजपा नेता कल्याण गोस्वामी और स्वपन भट्टाचार्य सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।





















