दिल्ली में आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नए भवन ‘केशवकुंज’ में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पहुंचे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को झंडेवालान स्थित संस्था के नई दिल्ली कार्यालय ‘केशव कुंज’ का उद्घाटन किया। अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से युक्त तीन टॉवरों वाले 12 मंजिला कार्यालय के उद्घाटन के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले समेत संस्था से जुड़े सभी वरिष्ठ पदाधिकारी समेत करीब 4,000 लोग मौजूद थे। उद्घाटन के बाद संघ के दिल्ली प्रांत की पहली बैठक हुई।पुननिर्मित भवन का उद्घाटन करते हुए भागवत ने कहा कि इस भवन की भव्यता के अनुरूप ही हमें संघ कार्य के स्वरूप को भव्य बनाना होगा। इस कार्य से एक अनुभूति होनी चाहिए। ऐसी अनुभूति जो भारत को दुनिया में विश्व गुरु के पद पर आसीन करे। उन्होंने कहा कि भारत को विश्व गुरू बनने का सपना हम इन्हीं आंखों से देखेंगे। हमारे कार्य से हम इसी देह के साथ भारत को विश्व गुरू बनता देखेंगे। आठ साल के जद्दोजहद के बाद तैयार इस नए कार्यालय के निर्माण में करीब 150 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इस नए कार्यालय के पुनर्निमाण की शुरुआत 2016 में शुरू हुई थी। बीच में कोरोना काल के दौरान इससे जुड़े काम की रफ्तार धीमी हुई। संघ के मुताबिक नए कार्यालय के पुननिर्माण के लिए 75 हजार लोगों ने योगदान दिया। इस योगदान के बाद करीब चार एकड़ और पांच हजार वर्गफुट में फैले इस कार्यालय के पुनर्निर्माण में समय-समय पर बदलाव को मंजूरी दी गई।
तीन टॉवरों के अलग-अलग नाम
नए कार्यालय में 12 मंजिला तीन टॉवरों को साधना, प्रेरणा और अर्चना नाम दिया गया है। साधना टॉवर में संगठन के प्रशासनिक कार्य होंगे। प्रेरणा टॉवर संघ के पदाधिकारियों के आवासीय उपयोग के लिए होगा और अर्चना टॉवर में संघ के कार्यकर्ताओं के रहने की सुविधा होगी। नए कार्यालय में 270 कारों की क्षमता वाली एक पार्किंग भी है। इसके अलावा, ऑडिटोरियम, लाइब्रेरी, अस्पताल और एक हनुमान मंदिर भी है।
सिंघल के नाम ऑडिटोरियम
तीन विशाल ऑडिटोरियम भी बनाए गए हैं। इनमें से एक ऑडिटोरियम को विहिप के दिवंगत नेता अशोक सिंघल का नाम दिया गया है। इसकी बैठक क्षमता 1,300 लोगों की है। इसकी 10वीं मंजिल पर केशव पुस्तकालय बनाया गया है। संघ कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के लिए पांच बेड वाला अस्पताल बनाया गया है। इनके भोजना की व्यवस्था के लिए आधुनिक कैंटीन का भी निर्माण किया गया है।
75 हजार से ज्यादा लोगों ने किया सहयोग




















