प्रे.स. शिलचर, 23 फरवरी: साहित्य और संस्कृति की सुरभि से सुवासित एक भव्य संध्या का साक्षी बना ‘मध्यशहर सांस्कृतिक समिति’ का सभागार, जहां ‘आम्रपाली’ साहित्य संस्था द्वारा विशेष सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजक ‘आम्रपाली’ पत्रिका की संपादक कस्तूरी होम चौधरी और सुप्रसिद्ध गायिका श्रावणी सरकार थीं।
इस गरिमामय अवसर पर पांच विशिष्ट हस्तियों को ‘इंदु-ऊषा’ और ‘आम्रपाली’ विशेष जीवनकृति सम्मान से नवाजा गया। सम्मानित व्यक्तित्वों में असम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं सुप्रसिद्ध कवि-प्रबंधकार डॉ. तपोधीर भट्टाचार्य, प्रसिद्ध लघुकथाकार मिथिलेश भट्टाचार्य, असम विश्वविद्यालय के बंगाली विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. बेला दास, ‘नवभारत प्रसंग’ के संपादक हबीबुर रहमान चौधरी और लघुकथाकार डॉ. स्वप्ना भट्टाचार्य शामिल थीं।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसे डॉ. तपोधीर भट्टाचार्य ने संपन्न किया। मंच संचालन मिता दास पुरकायस्थ ने किया, जबकि स्वागत अभिभाषण श्रावणी सरकार, देवब्रत दास और चित्रकार चंद्रिमा श्याम ने दिया। उद्घाटन संगीतमयी प्रस्तुति आकाशवाणी और दूरदर्शन की प्रसिद्ध गायिका स्वागता चक्रवर्ती ने दी।
इस अवसर पर सुप्रसिद्ध शल्य चिकित्सक और समाजसेवी डॉ. कुमार कान्ति दास ने कस्तूरी होम चौधरी की गद्य पुस्तक ‘गोधूलि बेला’ और काव्य संग्रह ‘मानवता का दीपस्तंभ’ (जो प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. लक्ष्मण दास पर आधारित है) का विमोचन किया। वहीं, डॉ. तपोधीर भट्टाचार्य ने अमिताभ सेनगुप्ता द्वारा संपादित ‘ईशान’ पत्रिका के 36वें वार्षिक विशेषांक का लोकार्पण किया।
कार्यक्रम में सम्मानित व्यक्तित्वों सहित ‘आम्रपाली’ पत्रिका के सह-संपादक सौमेन होम चौधरी, आयोजनकर्ता कस्तूरी होम चौधरी, पत्रकार हरन डे, शिलचर एनआईटी के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. गुरुदास दास सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार व्यक्त किए।





















