शिलचर: कछार जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने शुक्रवार को बाढ़ और तूफान से निपटने की रणनीति को मजबूत करने के उद्देश्य से एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया। कछार के जिला आयुक्त (डीसी) मृदुल यादव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए। इसमें बाढ़ शमन, आपातकालीन प्रतिक्रिया और पूर्व तैयारी उपायों की समीक्षा की गई, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
CFRC पोर्टल लॉन्च: आपदा प्रबंधन को मिलेगा डिजिटल बढ़ावा
बैठक में सामुदायिक सुविधा एवं संसाधन केंद्र (CFRC) पोर्टल का आधिकारिक रूप से शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर शिलचर के सांसद परिमल शुक्लाबैद्य और बोरखोला एवं कटिगोरा के विधायक भी मौजूद रहे।
इस नए डिजिटल प्लेटफॉर्म का उद्देश्य आपदा प्रतिक्रिया तंत्र को सुव्यवस्थित करना और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय को मजबूत बनाना है, जिससे प्राकृतिक आपदाओं के दौरान अधिक प्रभावी और संगठित राहत कार्य सुनिश्चित हो सके।
सहायता पोर्टल बना राहत कार्यों का अहम माध्यम
बैठक में 2024 में शुरू किए गए सहायता पोर्टल की प्रभावशीलता पर भी चर्चा हुई। अधिकारियों ने बताया कि यह पोर्टल बाढ़ से प्रभावित घरों और बुनियादी ढांचे के नुकसान के सटीक आकलन में सहायक सिद्ध हो रहा है। इससे पीड़ितों को मुआवजा और पुनर्वास सहायता जल्दी से उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे आपदा राहत कार्यों में पारदर्शिता और गति आई है।
बाढ़ सुरक्षा उपायों पर जोर
बाढ़ की रोकथाम को लेकर जल संसाधन विभाग (WRD) द्वारा चल रहे बाढ़ सुरक्षा उपायों की अद्यतन जानकारी साझा की गई। डीसी यादव ने मानसून से पहले तटबंधों, बाढ़ अवरोधों और जल निकासी प्रणालियों को पूर्ण रूप से कार्यशील करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने विभाग को लंबित परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने और नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए, ताकि बाढ़ के जोखिम को कम किया जा सके।
राहत और आपातकालीन तैयारियों की समीक्षा
बैठक में आपदा राहत और आपातकालीन प्रतिक्रिया की तैयारियों पर विशेष ध्यान दिया गया। डीसी यादव ने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि भोजन, पेयजल, दवाइयां और आश्रय सामग्री का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित किया जाए।
- स्वास्थ्य विभाग को आपातकालीन चिकित्सा टीमों को स्टैंडबाय पर रखने के निर्देश दिए गए।
- खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को आपदा की स्थिति में पशुओं के लिए चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करने का कार्य सौंपा गया।
समन्वय और सतर्कता की अपील
बैठक में प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली, आपदा प्रतिक्रिया समन्वय और विभागीय सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया गया। डीसी यादव ने कहा कि सभी विभागों को सतर्क रहना होगा और संभावित आपदाओं से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा।
सामूहिक प्रतिबद्धता के साथ बैठक का समापन
बैठक का समापन सभी विभागों द्वारा 2025 में किसी भी बाढ़ या आपदा के लिए प्रभावी, समन्वित और समयबद्ध प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता के साथ हुआ।
डीडीएमए ने साफ किया कि जिले में बाढ़ और अन्य आपदाओं से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे, ताकि जनजीवन पर इसका न्यूनतम प्रभाव पड़े।




















