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प्रे.स. शिलचर, 8 मार्च: समाज में जनजागृति हेतु असम विश्वविद्यालय (एक केंद्रीय विश्वविद्यालय), शिलचर के आतिथ्य एवं पर्यटन प्रबंधन विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का बड़े जोश एवं उत्साह के साथ मनाया गया। आतिथ्य एवं पर्यटन प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष, डॉ. संजीव कुमार सक्सेना ने महिला सशक्तिकरण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महिलाएं हमारे अस्तित्व की आधारशिला हैं और उन्हें सर्वोच्च सम्मान और मान्यता मिलनी चाहिए। उन्होंने उन महिलाओं की उपलब्धियों की सराहना की, जिन्होंने विभिन्न सामाजिक बाधाओं को पार करते हुए आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनीं हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. प्रजीत कुमार पलित ने इतिहास में महिलाओं के उल्लेखनीय योगदान पर प्रकाश डाला। डॉ. सौमेंद्र नाथ बिस्वास ने महाभारत और रामायण में महिलाओं की भूमिका पर चर्चा की और प्राचीन ग्रंथों में महिलाओं के साहस और प्रभाव को रेखांकित किया। डॉ. लोकेश कुमार ने पर्यटन और आतिथ्य उद्योग में महिलाओं के लिए बढ़ते अवसरों पर चर्चा की और इस क्षेत्र में उनकी बढ़ती भागीदारी को रेखांकित किया।
डॉ. प्रदीप कुमार ने परिवार, समाज और व्यावसायिक जगत के निर्माण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया। उन्होंने विशेष रूप से आतिथ्य और पर्यटन क्षेत्र में महिलाओं की दृढ़ता, समर्पण और नेतृत्व क्षमता की सराहना की। साथ ही, उन्होंने एक समावेशी सामाजिक वातावरण बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया, जो समान अवसर प्रदान करे, महिलाओं के नेतृत्व की भूमिकाओं के लिए प्रोत्साहित करे और एक सुरक्षित एवं सम्मानजनक कार्यस्थल संस्कृति सुनिश्चित करे।
डॉ. प्रोनोबेश रंजन चक्रवर्ती ने इस आयोजन में भाग लेने वाली सभी महिलाओं के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया और उनके बहुमूल्य योगदान की सराहना किया। कार्यक्रम का समापन शोधार्थी झलारी देवी और प्रियलक्ष्मी द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्रों, कर्मचारियों और प्राध्यापकों ने जोश एवं उत्साह के साथ भाग लिया।





















