प्रे.स., उधारबंद, 17 मार्च: विकासोन्मुख सरकार के शासन में भी काछार जिले के उधारबंद क्षेत्र के खासिपुर द्वितीय खंड, बरईग्राम इलाके के लोगों को सड़क और ई एंड डी बांध के अभाव में आज भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 2022 से हर वर्ष बाढ़ के दौरान इस क्षेत्र में घुटनों तक पानी भर जाता है, जिससे सड़कें कीचड़ से लथपथ हो जाती हैं। इसका सबसे अधिक दुष्प्रभाव वृद्धजनों, युवाओं और स्कूली छात्रों पर पड़ता है। यह सड़क इस इलाके के हजारों लोगों के लिए मुख्य आवागमन मार्ग है और इसी रास्ते से कई विद्यालयों के छात्र-छात्राएं रोजाना स्कूल जाते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दौरान इस मार्ग से गुजरना बेहद मुश्किल हो जाता है। क्षेत्रवासियों ने इस समस्या से निजात पाने के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन ही मिला, समाधान नहीं। अंततः निराश होकर स्थानीय लोगों ने खुद ही चंदा इकट्ठा कर और श्रमदान कर सड़क और बांध के निर्माण का बीड़ा उठाया।
इस पहल में पूर्व पंचायत सदस्य रियाजुल हक मजूमदार, कौसर फरीद लश्कर, रेजाउर रहमान, सैबुल हुसैन, मिनाज हुसैन मजूमदार, इनामुल हुसैन, सफर उद्दीन लश्कर, कादिर लश्कर, अलीउल इस्लाम लश्कर समेत कई ग्रामीणों ने श्रमदान कर योगदान दिया। उनका कहना है कि “हमने कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की, लेकिन उन्होंने केवल झूठे आश्वासन दिए। मजबूर होकर हमने खुद चंदा इकट्ठा किया और सड़क निर्माण का कार्य शुरू कर दिया।”
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस अस्थायी समाधान से समस्या का स्थायी हल नहीं निकलेगा। उन्होंने असम के मुख्यमंत्री, जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि वे स्थायी रूप से इस बांध और सड़क की मरम्मत करवाकर क्षेत्रवासियों को इस कठिनाई से मुक्ति दिलाएं।