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प्रे.स. शिलचर, 13 मार्च: बराक चाय श्रमिक यूनियन, जिसकी स्थापना वर्ष 1950 में हुई थी, इस वर्ष अपनी 75वीं वर्षगांठ हीरक जयंती (डायमंड जुबिली) समारोह के रूप में धूमधाम से मना रही है। इस ऐतिहासिक अवसर को चिह्नित करने के लिए आज लाबक चाय बागान खेल मैदान में भव्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में सुबह 9 बजे से विभिन्न रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ चाय श्रमिकों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित करने की योजना है।

बराक चाय श्रमिक यूनियन के महासचिव राजदीप ग्वाला ने बताया कि इस आयोजन में असम सरकार के श्रम मंत्री रुपेश ग्वाला, पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन सिंह घटवार, बराक घाटी के सांसद, विधायक, चाय श्रमिक संगठनों के पदाधिकारी, चाय बागान मालिक व प्रबंधक सहित बराक घाटी के विशिष्ट लोग शामिल होंगे।
इस अवसर पर ‘दुटी पाता, एकटी कुड़ी’ नामक एक विशेष स्मारिका का विमोचन किया जाएगा, जिसमें चाय बागान श्रमिक संगठनों के इतिहास, श्रमिकों के संघर्ष व उनके बलिदानों पर प्रकाश डाला गया है। हीरक जयंती समारोह के लिए बनाया गया थीम सॉन्ग काफी लोकप्रिय हुआ है।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अध्यक्ष एवं श्रीभूमि के सांसद कृपानाथ मल्लाह ने चाय बागानों के मालिकों, प्रबंधकों, कर्मचारियों और श्रमिकों से संपर्क करके उन्हें समझ में लाने का सफल प्रयास किया। सह-महासचिव बाबुल नारायण कानू ने बताया कि आयोजन को सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए दर्जनभर उपसमितियां गठित की गई हैं, ताकि अतिथियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
यह आयोजन न केवल चाय श्रमिकों की संस्कृति, परंपरा और योगदान को सम्मान देने का अवसर है, बल्कि उनके अधिकारों और सामाजिक उत्थान पर भी केंद्रित किया गया है। बराक घाटी के चाय श्रमिकों के लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर होगा, जिसमें वे अपनी पहचान, संघर्ष और उपलब्धियों को एक नए स्तर पर ले जाने के लिए एकजुट होंगे।