प्रे.स. शिलचर, 20 मार्च: 19 मार्च रात्रि 12.50 पर संघ के स्वयंसेवक, सामाजिक कार्यकर्ता और वरिष्ठ नागरिक मणि चक्रवर्ती ने शिलचर मेडिकल कॉलेज के आइसीयू में अंतिम सांस ली। पिछले वर्ष जुलाई महीने में गिर पड़े थे, दूसरी बार 28 फरवरी को घर में गिरे, सर के अंदरूनी हिस्से में चोट लगी, खून जमा हो गया। जिसके चलते धीरे-धीरे उनका स्वास्थ्य गिरता गया 4 मार्च को बेहोश हो गए। 8 मार्च को उन्हें सिलचर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। 13 मार्च को उनके ब्रेन सर्जरी हुई लेकिन उन्हें होश नहीं आया। बेहोशी की हालत में उनकी हालत बिगड़ती गई, 19 मार्च को उन्होंने शिलचर मेडिकल कॉलेज के आइसीयू में अंतिम सांस ली।
1965 से संघ के स्वयंसेवक और सक्रिय कार्यकर्ता रहे मणिदा ने संघ के पूर्ण कार्यकर्ता के रूप में भी बहुत दिनों काम किया। सेवा भारती से जुड़ी संस्था केशव स्मारक संस्कृति सुरभि के साथ बहुत दिन जुड़े रहे। बराक घाटी के चाय बागान और दुरस्थ अंचलों में संघ का काम किया। एक समय संघ से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं के लिए जहां भी जरूरत पड़ी उपस्थित रहे। परिवार के लोगों में क्षोभ है कि मणिदा ने विवाह नहीं किया, घर नहीं बसाया, संगठन के लिए सारा जीवन काम किया किन्तु अंतिम समय में संगठन के वरिष्ठ लोगों ने उनकी खोज खबर भी नहीं ली।
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Download File: https://preranabharati.com/wp-content/uploads/2025/03/VID-20250320-WA0010.mp4?_=1आज सुबह 4:00 शिलचर शमशान में परिवार के लोगों ने उनकी अंतिम क्रिया कर दी छोटे भाई नव ज्योति चक्रवर्ती ने मुखाग्नि दी। शिलचर शमशान में अंतिम समय में उनके साथ बहनोई ज्योतिषाचार्य पंडित आनंद शास्त्री, वरिष्ठ पत्रकार और मणिदा के पुराने सहकर्मी दिलीप कुमार, भतीजे निर्माल्य चक्रवर्ती, नीलाक्ष चक्रवर्ती, भांजा सूरज चौधरी और भगीनापुत्र अर्णव चौधरी उपस्थित थे। उनके दो भाई नवेंदु भूषण चक्रवर्ती और नलिनाक्ष चक्रवर्ती पहले ही स्वर्गवासी हो चुके हैं। वे अपने पीछे दो भाई ननी गोपाल चक्रवर्ती और नव ज्योति चक्रवर्ती तथा तीन बहन नमिता भट्टाचार्य, गौरी चौधरी और सुतपा चक्रवर्ती सहित कई भतीजे, भांजे और नाति-पोते छोड़ गए हैं।
मणिदा वृद्धावस्था में शिलचर विद्यासागर सरणी में भाइयों के साथ रहते थे। मूल रूप से उनका घर काछार जिले के धोवारबंद के निकट विनोद नगर चाय बागान में था। उनके पिता स्वर्गीय नागेंद्र चक्रवर्ती और मां श्रीमती सुषमा चक्रवर्ती थी। उनके पुराने सहकर्मी दिलीप कुमार और परिवार जनों ने उनके आत्मा की शांति और मुक्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। दिव्यांगों की संस्था सक्षम के पूर्वोत्तर के संगठन मंत्री मिठुन राय ने शोक संवेदना प्रकट करते हुए उनके आत्मा के शांति के लिए भगवान से कामना की।