शिलचर। माहेश्वरी महिला मंडल द्वारा आयोजित गणगौर उत्सव की शोभायात्रा मंगलवार को भव्यता और उल्लास के साथ निकाली गई। इससे पूर्व, शनिवार को जैन भवन में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम और रात्रि भोज का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों की उत्साहपूर्ण भागीदारी रही।
मंगलवार को नृसिंह अखाड़ा से सजी-धजी प्रतिमाओं के साथ गणगौर यात्रा गाजे-बाजे के साथ निकली। हालांकि, तुलापट्टी, सेंट्रल रोड, दीवानजी बाजार और जानीगंज में रिडक्शन सेल के कारण शोभायात्रा कुछ स्थानों पर बाधित हुई, लेकिन कड़ी सुरक्षा और यातायात पुलिस की मुस्तैदी से समयबद्ध तरीके से शोभायात्रा को सदरघाट नदी के तट तक पहुंचाया गया। मार्ग में विभिन्न स्थानों पर स्थानीय लोगों ने शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया।
महिलाओं और युवतियों ने पारंपरिक वेशभूषा में अपनी गणगौर प्रतिमाओं के साथ शोभायात्रा में उत्साहपूर्वक भाग लिया। सदरघाट में गणगौर सहित अन्य प्रतिमाओं की पूजा-अर्चना की गई, भक्ति गीतों और नृत्य के साथ धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किए गए। इसके उपरांत, गणगौर को पानी पिलाने की रस्म अदायगी के बाद नम आंखों से विदाई दी गई।
उत्सव के दौरान अतिथियों के लिए विशेष प्रबंध किए गए थे। कुल्फी, पानीपुरी, चाट और मोमो के स्टॉल लगाए गए, साथ ही शुद्ध पेयजल और शरबत की व्यवस्था की गई। आयोजकों ने सभी अतिथियों का करबद्ध आभार व्यक्त किया। माहेश्वरी समाज के अलावा, शिलचर के अन्य समाजों की महिलाओं और युवतियों ने भी इस आयोजन में सहभागिता की और जलपान एवं फोटोग्राफी का आनंद लिया।
इस भव्य शोभायात्रा में माहेश्वरी सभा और माहेश्वरी युवा संगठन के पदाधिकारियों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया, जिससे इस आयोजन की भव्यता और सामाजिक समरसता का संदेश मजबूत हुआ।





















