नेशनल हेराल्ड घोटाले के खिलाफ शिलचर में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की कछार जिला कमेटी द्वारा एक ज़ोरदार विरोध रैली एवं प्रदर्शन का आयोजन किया गया।
शुक्रवार को भाजयुमो की कछार जिला इकाई ने कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड घोटाले को लेकर एक विरोध रैली निकाली। यह रैली पार्टी कार्यालय से शुरू होकर शहर की विभिन्न सड़कों से होकर गुज़री और अंत में शहीद खुदीराम बोस की प्रतिमा स्थल पर पहुंचकर एकत्र हुई, जहां जोरदार प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन के दौरान युवा मोर्चा के नेताओं ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 11 अप्रैल से नेशनल हेराल्ड से जुड़े करोड़ों रुपये के घोटाले की कई अहम जानकारियाँ सामने आई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में 661 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया है, जो ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र और उससे जुड़ी कंपनी ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ से संबंधित है।
युवा मोर्चा नेताओं ने सवाल उठाया कि एक ऐसी कंपनी जिसकी अनुमानित कीमत करीब 2000 करोड़ रुपये है, उसकी मालिकी केवल 50 लाख रुपये में राहुल और सोनिया गांधी को कैसे मिली? उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा समाचार संस्थानों को दी गई जमीन और सुविधाओं का दुरुपयोग किया गया। जहां एक ओर समाचार पत्र के नाम पर सरकारी भूमि आवंटित की गई थी, वहीं उसका अधिकांश हिस्सा निजी व्यवसाय के लिए इस्तेमाल किया गया।
नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी और उसके शीर्ष नेता लगातार सार्वजनिक धन का दुरुपयोग करते आ रहे हैं, और अब एक-एक कर वह सच्चाई हियरिंग प्रक्रिया के जरिए सामने आ रही है।
भाजयुमो ने इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से सरकार से अपील की कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी को कानून के दायरे में लाकर इस घोटाले में सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कांग्रेस इस तरह के आर्थिक घोटालों से बाज नहीं आती, तो युवा मोर्चा और भी उग्र आंदोलन करेगा।
निष्कर्ष:
शिलचर में हुए इस विरोध प्रदर्शन के ज़रिए भाजयुमो ने कांग्रेस को स्पष्ट संदेश दिया कि जनता के पैसे का दुरुपयोग अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और दोषियों को सज़ा दिलाने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।





















