गुवाहाटी, 16 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा की अध्यक्षता में बुधवार को सरकार के गठन के बाद लगातार पांचवीं बार कैबिनेट की बैठक आयोजित की गयी जिसमें कई अहम निर्णय लिए गए।
बैठक के दौरान कैबिनेट ने सिफारिश की कि कोरोना की मौजूदा संक्रमण दर को देखते हुए मैट्रिक, हाई मदरसा और एचएस अंतिम वर्ष की परीक्षाएं आयोजित करना संभव नहीं होगा। शिक्षा विभाग और विभिन्न अन्य हितधारकों के बीच होने वाली बैठक में 18 जून को इस संबंध में अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
दूसरे फैसले के तहत राज्य में चार फॉरेंसिक लैबोरेटरीज स्थापित करने का निर्णय हुआ। असम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल डिब्रूगढ़, सिलचर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, तेजपुर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और बंगईगांव सदर अस्पताल में चार नए फॉरेंसिक लैबोरेटरीज स्थापित करने का फैसला किया गया।
दूसरी ओर लागत कम करने के लिए आईसीडीएस के तहत पूरक पोषण कार्यक्रम (एसएनपी) के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) से सीधे चावल खरीदने के लिए समाज कल्याण विभाग को सशक्त बनाने का निर्णय लिया गया। साथ ही एसएनपी के क्रियान्वयन में अब से सीलिंग (एफओसी) की जरूरत नहीं होगी।
मंत्रिमंडल ने नये स्थापित नारायणपुर में माधवदेव विश्वविद्यालय, बजाली, पाठशाला में भट्टदेव विश्वविद्यालय, माजुली में सांस्कृतिक विश्वविद्यालय, गोलाघाट में बिरांगना सती साधनी विश्वविद्यालय, होजाई में रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की विधियों को सुचारू रूप से कार्य करने की सुविधा प्रदान करने के लिए मंजूरी दी गयी। साथ ही कैबिनेट ने ऐसे किसी भी कोरोना रोगी को होम आइसोलेशन की अनुमति नहीं देने का फैसला किया है जिनके पास घर पर अलग से रहने की सुविधा नहीं है।
उल्लेखनीय है कि डॉ सरमा कैबिनेट की पहली बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि सरकार के निर्णयों को तेजी से क्रियान्वित करने के लिए सप्ताह के प्रत्येक बुधवार को कैबिनेट की बैठक आयोजित की जाएगी। इस कड़ी में सरकार गठन के बाद लगातार कैबिनेट की पांचवीं बैठक बुधवार को आयोजित की गयी।