बड़खोला विधानसभा क्षेत्र के चांदपुर द्वितीय खंड के कंदिग्राम गांव के रहने वाले पप्पू दास, जो कि अपने परिवार की आर्थिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए बेंगलुरु में मजदूरी कर रहे थे, अब कभी भी अपने मासूम बच्चों, पत्नी और वृद्ध माता-पिता के पास लौटकर नहीं आएंगे। 6 मई की रात एक सड़क दुर्घटना में उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
पप्पू दास, स्वर्गीय निखिल चंद्र दास के पुत्र थे और परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनकी असामयिक मृत्यु ने पूरे परिवार को गहरे संकट में डाल दिया है। उनके पीछे पत्नी और दो नन्हीं बेटियाँ हैं, जो अब बेसहारा हो गई हैं।
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वृद्ध पिता गहरे सदमे में हैं और आर्थिक तंगी के चलते बेटे का शव बेंगलुरु से घर लाना उनके लिए असंभव बन गया है। क्षेत्र के स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ता मुस्तफा अहमद बरभुइयाँ ने देशवासियों से आर्थिक सहायता की अपील की है, ताकि मृतक का शव उनके पैतृक गांव लाकर अंतिम संस्कार किया जा सके।
स्थानीय लोग बड़खला के विधायक मिसबाहुल इस्लाम लश्कर से भी इस दुखद परिस्थिति में त्वरित हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं, ताकि पीड़ित परिवार को राहत मिल सके।
हर छोटा योगदान भी इस असहाय परिवार के लिए एक बड़ा सहारा बन सकता है।





















