काशीपुर, 12 मई: समूचे देश के साथ कदम से कदम मिलाते हुए काशीपुर स्थित 147वीं सीआरपीएफ बटालियन कैंप में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। साथ ही, इस अवसर पर कैंप परिसर में स्थापित राष्ट्रीय प्रतीकों — अशोक स्तंभ एवं भारत माता की प्रतिमा — की स्थापना की प्रथम वर्षगाँठ भी श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इन प्रतीकों की स्थापना सीआरपीएफ के जवानों और अधिकारियों ने अपने व्यक्तिगत प्रयासों से की थी।
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10 बजे हुई, जिसमें स्थानीय नृत्य एवं संगीत कलाकारों ने देशभक्ति गीतों और पारंपरिक नृत्यों की प्रस्तुति देकर उपस्थित लोगों को भावविभोर कर दिया। पूरे कैंप परिसर में उत्सव जैसा वातावरण देखने को मिला।
इस अवसर पर 147वीं बटालियन के कमांडेंट ब्रूनो ए. ने कहा, “हमें इस आयोजन का हिस्सा बनकर अत्यंत हर्ष हो रहा है। देशभक्ति और राष्ट्रीय भावना को समाज में प्रोत्साहित करना समय की आवश्यकता है। राष्ट्रीय प्रतीक और स्मारक नागरिकों में राष्ट्रप्रेम और एकता की भावना जागृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसी सोच के तहत हमनें यहां तीन प्रतीकों की स्थापना की है।”
कमांडेंट ने आगे बताया कि आज बुद्ध पूर्णिमा उत्सव की भी प्रथम वर्षगाँठ है, जिसकी शुरुआत पिछले वर्ष इसी दिन की गई थी।
अशोक स्तंभ — जिसे भारत का राष्ट्रीय प्रतीक माना जाता है — की विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि यह एक त्रि-आयामी संरचना है, जिसमें चार शेर पीठ से पीठ लगाकर खड़े हैं। यह शेर एक गोलाकार आधार पर टिके हैं, जो एक उलटे घंटे के आकार वाले कमल पर स्थित है। इस आधार पर एक हाथी, दौड़ता हुआ घोड़ा, बैल और शेर उकेरे गए हैं, जिनके बीच धर्मचक्र खुदा हुआ है। स्तंभ के नीचे देवनागरी में “सत्यमेव जयते” अंकित है।
उन्होंने यह भी कहा कि, “सड़क किनारे इन राष्ट्रीय प्रतीकों की उपस्थिति से राहगीरों के मन में भी राष्ट्रप्रेम की भावना स्वतः जागृत होगी।”
कार्यक्रम में टू.आई.सी. श्री रवि मिश्रा, श्री अरविंद कुमार चौबे, कैंप के अन्य अधिकारी, जवान तथा उनके परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।





















