राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने केंद्रीय कृषि मंत्री को लिखा पत्र, जल संधि की समीक्षा और किसानों से वार्ता की रखी मांग
नई दिल्ली, 16 मई 2025। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री धर्मेंद्र मलिक ने केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर सिंधु जल समझौते की समीक्षा की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस संधि के कारण उत्तर भारत के प्रमुख कृषि राज्यों – हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश – को अपने हिस्से का पर्याप्त जल नहीं मिल पा रहा है, जिससे खेती और किसानों पर गंभीर असर पड़ रहा है।
श्री मलिक ने पत्र में अनुरोध किया है कि इन राज्यों के किसान प्रतिनिधियों के साथ तत्काल वार्ता आयोजित की जाए, जिससे वे अपनी चिंताएं और सुझाव सरकार के समक्ष रख सकें। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा की गई इस ऐतिहासिक भूल को अब सुधारने का समय आ गया है।
“हमारी कृषि जल संकट से जूझ रही है। यदि समय रहते सिंधु जल समझौते की समीक्षा कर उचित कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में किसानों की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है,” – धर्मेंद्र मलिक, राष्ट्रीय प्रवक्ता, भा.कि.यू. (अराजनैतिक)
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार यदि किसानों की बात सुने और राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता दे, तो सिंधु जल संधि जैसे विषयों पर निर्णायक पहल संभव है।
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने इस मुद्दे पर जल्द से जल्द किसान प्रतिनिधियों के साथ उच्चस्तरीय वार्ता आयोजित करने की केंद्र से अपील की है।
भवदीय,
धर्मेंद्र मलिक
राष्ट्रीय प्रवक्ता
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक)





















