शिलचर, 20 मई:
बराक नागरिक संसद ने चंद्रनाथपुर एमई स्कूल (काछार) के प्रधान शिक्षक मौसुम दत्ता के अचानक हुए तबादले के आदेश को तत्काल रद्द करने की पुरजोर मांग की है। मंगलवार को शिलचर प्रेस क्लब में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में संगठन ने इस तबादले के आदेश का कड़ा विरोध किया और इसे शिक्षा क्षेत्र के हित में गलत कदम बताया।
नागरिक संसद के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि मौसुम दत्ता जैसे कर्मठ और अनुभवी शिक्षक को सेवा निवृत्ति से कुछ ही महीने पहले इस प्रकार तबादले के नाम पर प्रताड़ित करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। यह भी आरोप लगाया गया कि पिछले कुछ वर्षों से मौसुम दत्ता को पद से हटाने के लिए बार-बार षड्यंत्र रचे जा रहे थे, जो पहले विफल होते रहे। अब जब वे वर्ष 2025 में सेवानिवृत्त होने वाले हैं, तब कुछ स्वार्थी तत्व उन्हें अपमानित और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के उद्देश्य से अंतिम प्रयास कर रहे हैं।
नागरिक संसद ने चेतावनी दी कि यदि इस तबादला आदेश को तत्काल प्रभाव से रद्द नहीं किया गया, तो इसका नकारात्मक असर पूरे क्षेत्र की शैक्षिक व्यवस्था पर पड़ेगा।
पत्रकार सम्मेलन में मुख्य रूप से बराक नागरिक संसद के प्रधान संपादक श्री शंकर डे, वरिष्ठ समाजसेवी श्री संजीत देवनाथ, श्री विकास दास, श्री अमलेंदू राय, श्री अलाउद्दीन बड़भुइयाँ और वरिष्ठ पत्रकार श्री कुंतल कुरी उपस्थित थे। सभी वक्ताओं ने मौसुम दत्ता के प्रति एकजुट समर्थन प्रकट करते हुए प्रशासन से जल्द हस्तक्षेप की मांग की।





















