हाइलाकांदी, 20 मई:
भाषा शहीद दिवस के अवसर पर हाइलाकांदी जिला छात्र संगठन एनएसयूआई ने सोमवार को हाइलाकांदी टाउन में स्थित शहीद बेदी पर दीप प्रज्वलित कर 1961 के भाषा आंदोलन के शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान छात्र नेताओं ने असम सरकार से शिलचर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ‘भाषा शहीद स्टेशन’ रखने की मांग की।
ज्ञात हो कि 19 मई 1961 को बराक घाटी के लोगों ने असम सरकार द्वारा असमिया को राज्य की एकमात्र आधिकारिक भाषा बनाए जाने के विरोध में शांतिपूर्ण आंदोलन किया था। शिलचर रेलवे स्टेशन पर हुए इस आंदोलन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में 11 बंगाली भाषी नागरिक शहीद हो गए थे। यह दिन आज भी बराक घाटी में भाषा शहीद दिवस के रूप में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जाता है।
एनएसयूआई नेताओं ने कहा कि “भाषा के अधिकारों के लिए अपना बलिदान देने वाले शहीदों की स्मृति में सरकार को आगे आकर ठोस कदम उठाने चाहिए। शिलचर रेलवे स्टेशन का नाम भाषा शहीदों के नाम पर रखा जाना, उनका उचित सम्मान होगा।”
इस अवसर पर कई छात्र नेता, सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में मातृभाषा की रक्षा में जान देने वाले वीरों को नमन किया और उनकी कुर्बानी को याद किया।





















