मंगलवार की शाम असम के सोनाई विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत धनहरी गांव में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। ग्रामीणों ने ‘कूचिधरा’ (यानी काला जादू करने वाला) होने के संदेह में एक स्थानीय व्यक्ति परवेज़ चौधरी पर अचानक हमला कर उसे बेरहमी से पीट दिया।
पीड़ित परवेज़ चौधरी ने घटना का ब्योरा देते हुए बताया कि वह रोज़ की तरह शाम को अपने घर से निकले थे और ओएनजीसी कार्यालय के पास खड़े थे। तभी उन्होंने देखा कि एक अपरिचित छोटी बच्ची अकेले भटक रही है। परवेज़ ने उस बच्ची से यह पूछने की कोशिश की कि वह कहाँ से आई है। इतने में एक वृद्ध व्यक्ति वहां आकर बिना कुछ सुने-बूझे उन पर हमला कर दिया। इसके तुरंत बाद कुछ अन्य युवक भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने परवेज़ पर लात-घूंसे और डंडों से हमला करना शुरू कर दिया।
किसी तरह अपनी जान बचाकर परवेज़ वहां से भागे और उनकी पत्नी ने उन्हें तुरंत शिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद अगले दिन उन्हें घर लाया गया।
इस नृशंस हमले से परवेज़ का पूरा परिवार सदमे में है। उनकी पत्नी, बीमार पिता और चार बेटियों ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की है और प्रशासन से न्याय की मांग की है। उन्होंने सवाल उठाया है कि किसी पर बिना ठोस सबूत के ‘कूचिधरा’ जैसे संगीन आरोप लगाकर उसकी जान लेना कहाँ तक उचित है।
परिवार ने स्थानीय प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की हिंसा का शिकार न हो।





















