हाइलाकांदी। हाल ही में सम्पन्न पंचायत चुनावों में हाइलाकांदी जिले की जिला परिषद की 8 सीटों में से 3 पर भाजपा, 3 पर कांग्रेस और 2 पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। ऐसे में जिला परिषद का बोर्ड गठित करने के लिए आवश्यक बहुमत (5 सदस्य) किसी भी एक दल को प्राप्त नहीं हुआ है। अब यह स्पष्ट है कि बोर्ड गठन की दिशा तय करने में निर्दलीय सदस्य निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
इसी संदर्भ में शाहाबाद बाजार में आज आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में जमीरा शाहाबाद से निर्वाचित निर्दलीय जिला परिषद सदस्य फातिमा बेगम चौधरी के प्रतिनिधि मन्ना खान ने अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा, “मैं किंगमेकर नहीं हूं। फातिमा बेगम जनता के वोट से जीती हैं, इसलिए इस क्षेत्र की जनता ही असली किंगमेकर है।”
मन्ना खान ने यह भी कहा कि बोर्ड गठन के विषय में कोई भी निर्णय लेने से पूर्व जनता के विचारों और सिद्धांतों को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने बताया कि, “जनता के साथ विचार-विमर्श कर ही यह तय किया जाएगा कि समर्थन भाजपा को दिया जाए या कांग्रेस को। यह निर्णय स्वार्थ या दबाव में नहीं, बल्कि जनहित और पारदर्शिता के साथ लिया जाएगा।”
गौरतलब है कि इस बार के पंचायत चुनाव में हाइलाकांदी जिले में त्रिकोणीय स्थिति उत्पन्न हो गई है, जहाँ निर्दलीय सदस्यों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण बन गई है। अब देखना यह होगा कि जनता के विश्वास से चुनी गई फातिमा बेगम चौधरी और अन्य निर्दलीय प्रतिनिधि किस दल को समर्थन देते हैं और जिला परिषद का नेतृत्व किसके हाथ में जाता है।





















