हाईलाकांडी: बराक युवा परिषद की हाईलाकांडी जिला कमेटी ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिले के दो विधायकों—अलगापुर के विधायक हाजी निजाम उद्दीन चौधरी और कटलीचरा के विधायक अलहाज सुजाम उद्दीन लश्कर—के कथित “अनैतिक और अवसरवादी” रवैये पर तीखा हमला बोला है।
बराक युवा परिषद के जिला मुख्य सलाहकार फरीज उद्दीन बरभुईया ने आरोप लगाया कि दोनों विधायक एआईयूडीएफ से चुने जाने के बावजूद अपनी निष्ठा बार-बार बदलते नजर आ रहे हैं। प्रेस वार्ता में बरभुईया ने कहा:
“हाजी निजाम उद्दीन चौधरी को पहले ही एआईयूडीएफ ने उनके अनैतिक गतिविधियों के लिए निलंबित किया है। वहीं, सुजाम उद्दीन लश्कर बार-बार भाजपा, कांग्रेस और रायजर दल का समर्थन करते हुए जनसभाओं में बयान देते नजर आते हैं। ये विधायकों का गिरगिट जैसा चरित्र दर्शाता है।”
फरीज उद्दीन ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक निजाम उद्दीन चौधरी पंचायत चुनाव से पहले रायजर दल का समर्थन कर रहे थे, लेकिन चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस के पक्ष में खड़े हो गए। वहीं, लश्कर “लाचित सेना” के राज्य प्रमुख सिंघल छलिया की खुलेआम सराहना कर रहे हैं, जो पार्टी लाइन के खिलाफ है।
2026 में टिकट से वंचित करने की अपील
बराक युवा परिषद ने इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप शैकिया, कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, राहुल गांधी और असम कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष गौरव गोगोई से यह मांग की कि ऐसे “दोहरा चरित्र” रखने वाले नेताओं को आगामी 2026 विधानसभा चुनाव में टिकट न दिया जाए।
“हमें ऐसे नेताओं की ज़रूरत नहीं जो हर बार परिस्थितियों के अनुसार रंग बदलते हैं। हाईलाकांडी के लोग अब जागरूक हैं और ऐसे जनप्रतिनिधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे,” – फरीज उद्दीन बरभुईया।





















