शिलचर के चेंकुरी रोड स्थित ब्वालजुर इलाके के सुरेन्द्र सिन्हा मेमोरियल इंग्लिश स्कूल को लेकर एक बार फिर विवाद गहराता जा रहा है। विद्यालय प्रशासन और छात्रों के अभिभावकों के बीच टकराव कोई नई बात नहीं, लेकिन इस बार मामला और भी गंभीर रूप ले चुका है।
सूत्रों के अनुसार, स्कूल के कक्षा 10 के कैप्टन शांतनु दास ने अपनी ही कक्षा के छात्र मुन मुखर्जी की अनुशासनहीनता और अशालीन व्यवहार की शिकायत स्कूल प्रशासन से की थी। शांतनु का कहना है कि मुन की गतिविधियाँ शिक्षण के माहौल को प्रभावित कर रही थीं। परंतु आश्चर्यजनक रूप से स्कूल प्रशासन ने कार्रवाई करने के बजाय मुन मुखर्जी का पक्ष लिया।
शांतनु दास के अनुसार, स्कूल प्रशासन की शह पाकर मुन ने उसे खुलेआम जान से मारने की धमकी दी। जब यह बात पुनः स्कूल के प्रधानाचार्य को बताई गई, तब मुन मुखर्जी ने फोन पर धमकी देते हुए कहा कि वह आसपास के गुंडों से उसे रास्ते में पिटवाएगा।
इस गंभीर स्थिति को लेकर शांतनु के पिता और समाजसेवी सजल कांति दास ने स्कूल के निदेशक, शिक्षकों और शिक्षिकाओं के समक्ष मामला उठाया, लेकिन स्कूल प्रशासन ने कोई ठोस कदम उठाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई।
लगातार जान से मारने की धमकियों से पीड़ित शांतनु अब मानसिक रूप से बेहद तनावग्रस्त हो चुका है।
परिवार की चिंता और विद्यालय प्रशासन की उदासीनता को देखते हुए सजल कांति दास ने शिलचर नेशनल हाईवे पुलिस चौकी में मुन मुखर्जी और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एक औपचारिक शिकायत दर्ज करवाई है।
साथ ही उन्होंने मीडिया के माध्यम से असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व शर्मा, शिक्षा मंत्री रनोज पेगू, बराक घाटी के विकास मंत्री कौशिक राय और कछार के पुलिस अधीक्षक नोमान महतो से अपील की है कि वे इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करते हुए सुरेन्द्र सिन्हा इंग्लिश स्कूल के विरुद्ध उचित कार्रवाई सुनिश्चित करें, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा बनी रहे।





















