शिलचर, असम — विश्व संवाद केंद्र, दक्षिण असम प्रांत के तत्वावधान में नारद जयंती के उपलक्ष्य में एक विशेष सम्मेलन का आयोजन शिलचर विमेंस कॉलेज में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता और देवर्षि नारद मुनि की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई।
इस अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में “पत्रकारिता में नारद मुनि की प्रासंगिकता और आज के दौर में पत्रकारों की भूमिका” विषय पर विस्तृत चर्चा हुई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रांत प्रचारक गौरांगो राय ने नारद मुनि के आदर्शों को आज के मीडिया के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
कॉलेज के प्राचार्य सुजीत तिवारी, प्रचारक शशिकांत चौथाईवाले जी, वरिष्ठ पत्रकार विकाश भट्टाचार्य एवं प्रणव पाल चौधुरी ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन विश्व संवाद केंद्र, दक्षिण असम प्रांत के प्रमुख मनोज घोष ने किया।

इस अवसर पर पत्रकारिता और साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कई व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया। सम्मानित जनों में डॉ. अरिंदम गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार विकाश भट्टाचार्य, पत्रकार चिन्मय नाथ एवं कुंतल कुरी, लेखक एवं अधिवक्ता धर्मानंद देव, प्रोफेसर गंगेश भट्टाचार्य और अमिताभ राय शामिल रहे।
कार्यक्रम के अंत में असम विश्वविद्यालय द्वारा निर्मित “तपस्वी जीवन” नामक डाक्यूमेंट्री का प्रदर्शन किया गया, जिसमें नारद मुनि के तपस्वी जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रस्तुत किया गया। समारोह का समापन भारत माता की वंदना के साथ हुआ।
इस अवसर पर अनेक गणमान्य अतिथि, शिक्षक, छात्र-छात्राएं एवं पत्रकारगण उपस्थित थे। कार्यक्रम ने पत्रकारिता में नैतिक मूल्यों और आध्यात्मिक चेतना को लेकर एक नई दृष्टि प्रदान की।





















