सोनाई, 4 जून: इस बार की भयंकर बाढ़ में सोनाई समष्टि क्षेत्र के सैकड़ों परिवार बेघर हो गए हैं और विभिन्न राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। लेकिन दुखद बात यह है कि बीते तीन-चार दिनों से इन बाढ़ पीड़ितों को सरकारी राहत सामग्री तक नसीब नहीं हुई है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि राहत वितरण के नाम पर केवल दिखावा किया जा रहा है। दिनभर पीड़ितों को राहत मिलने की उम्मीद में खड़ा रखा जाता है, लेकिन शाम होते-होते यह कहकर टाल दिया जाता है कि स्टॉक नहीं है।
इस अनदेखी और असंवेदनशीलता से नाराज होकर सोनाई समष्टि के नव-निर्वाचित जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने लोकतांत्रिक तरीके से सोनाई सर्कल ऑफिस के सामने धरना प्रदर्शन किया।
धरना स्थल पर “हिमंत बिश्व शर्मा हाय-हाय”, “असम सरकार हाय-हाय”, “जिला प्रशासन हाय-हाय” जैसे नारों से पूरा माहौल गूंज उठा। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि राज्य सरकार बाढ़ को राजनीतिक मुद्दा बना रही है और जिन क्षेत्रों में भाजपा को पंचायत चुनावों में हार का सामना करना पड़ा, वहां के लोगों को राहत से वंचित रखा जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक सभी पीड़ितों को समुचित राहत नहीं मिलती, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
इस विरोध प्रदर्शन में कप्तानपुर जिला परिषद क्षेत्र के नव-निर्वाचित सदस्य सुफियान लश्कर, सुनाबाड़ीघाट बागपुर जिला परिषद क्षेत्र की सदस्य राका मजूमदार, काजीधार-कप्तानपुर जिला परिषद सदस्य सुफियान लश्कर, सामाजिक कार्यकर्ता अमीर हुसैन लश्कर, मसूम बड़भुइंया तथा रामनगर ग्राम पंचायत के पूर्व एपी सजीब लश्कर समेत कई अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे।




















