नई दिल्ली. ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षा के लिहाज से फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस यानी बीएसएफ के लिए बड़ा फैसला लिया गया है. इसका मकसद बीएसएफ को और सुरक्षित और अपडेट करना है. इसी के तहत अब बीएसएफ का नया ड्रेस कोड होगा. देश की सुरक्षा में हरदम तैयार रहने वाली फर्स्ट डिफेंस ऑफलाइन बीएसएफ के जवान अब नई वर्दी में देश की सरहद पर चौकसी करते नजर आएंगे.
नए ड्रेस कोड में अब डिजिटल प्रिंट में वर्दी होगी. वर्दी बदलने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. नई वर्दी में रंगों के अनुपात पर भी खास ध्यान रखा गया है. इसमें पचास फीसदी खाकी, 45 फीसदी हरी और पांच फीसदी भूरा रंग होगा. इससे जल्द ही बीएसएफ के जवान सेना और सीआरपीएफ की तरह डिजिटल पैटर्न वाली कॉम्बैट ड्रेस में नजर आएंगे. बीएसएफ की वर्दी अब आसानी से कहीं भी उपलब्ध नहीं होगी.
बॉर्डर फेंसिंग को भी अपडेट किया जाएगा
यह बड़ा फैसला सुरक्षा के लिहाज से लिया गया है. वहीं बीएसएफ द्वारा बॉर्डर फेंसिंग को भी अपडेट किया जाएगा. भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर नई फेंसिंग लगाई जा रही है, जिसमें उन्नत सुरक्षा तकनीकें शामिल हैं. यह फेंसिंग घुसपैठ और अवैध गतिविधियों को रोकने में मदद करेगी. बीएसएफ को नई फेंसिंग से निगरानी क्षमता और बेहतर रिस्पॉन्स टाइम मिलेगा.
नई फेंसिंग की यह है खासियत
एंटी-कट डिजाइन: यह फेंसिंग आसानी से नहीं काटी जा सकती, जिससे घुसपैठ करना मुश्किल हो जाएगा.
स्मार्ट तकनीक: इसमें कैमरे, सेंसर और अन्य निगरानी उपकरण शामिल हैं, जो सीमा पर हर गतिविधि की निगरानी करते हैं.
सीसीटीवी कैमरे: यह फेंसिंग सीसीटीवी कैमरों से लैस है, जिससे बीएसएफ को सीमा पर किसी भी गतिविधि का पता चल सकता है.
सेंसर: सेंसर का उपयोग घुसपैठ या अन्य संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाने के लिए किया जाएगा.
फेंसिंग का उद्देश्य
घुसपैठ रोकना: यह फेंसिंग घुसपैठ और अवैध गतिविधियों को रोकने में मदद करेगी.
सीमा सुरक्षा बढ़ाना: यह फेंसिंग सीमा सुरक्षा को मजबूत करेगी और बीएसएफ की निगरानी क्षमता को बढ़ाएगी.
ड्रोन से निपटने में मदद: फेंसिंग ड्रोन द्वारा सीमा पार किए जाने की किसी भी कोशिश का पता लगाने में मदद करेगी.
सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा: यह फेंसिंग सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों की सुरक्षा में भी मदद करेगी.
राजस्थान में भारत-पाक सीमा पर एक नई फेंसिंग लगाई जा रही है, जिसमें एंटी-कट डिजाइन, सेंसर और कैमरे शामिल हैं. पंजाब में भी नई फेंसिंग लगाई जा रही है, जो घुसपैठ और अवैध गतिविधियों को रोकने में मदद करेगी. वहीं बॉर्डर पर बीएसएफ को उपलब्ध स्निफर डॉग की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा. इससे संदिग्ध वस्तु की पहचान होगी आसान और रिस्पॉन्स टाइम में कमी आएगी. बीएसएफ राजस्थान में करीब 1070 किलोमीटर के बॉर्डर की सुरक्षा की कमान संभाल रही है.




















