हीरक बनिक, रामकृष्णनगर, 13 जून
असम के श्रीभूमि जिले के रामकृष्णनगर क्षेत्र के भैरवनगर ग्राम पंचायत अंतर्गत 5 नंबर वार्ड स्थित सेरालीपुर गांव की मूल निवासी मुक्ति रानी पाल अपने पति ध्रुवकांति पाल और दो बेटियों के साथ शिलचर के मेहेरपुर मा दुर्गा शरणी इलाके में किराये के मकान में रहती हैं। उनकी दोनों बेटियाँ – दामिनी (कक्षा 10) और माहि (कक्षा 3) – शिलचर के सेंट थॉमस स्कूल में पढ़ाई करती हैं।
घटना 25 अप्रैल की है। मुक्ति रानी पाल की छोटी बेटी माहि खेलते समय बिस्तर से गिरकर सिर पर चोट खा बैठी। माता-पिता तुरंत माहि को लेकर अस्पताल गए। उस समय घर पर बड़ी बेटी दामिनी अकेली थी और पढ़ाई कर रही थी। देर हो जाने के कारण दामिनी रसोई में गई ताकि कुछ बनाकर खा सके और अगली सुबह स्कूल के लिए तैयार हो सके।
लेकिन रसोई में गैस जलाते ही अचानक आग लग गई और उसकी लपटों में दामिनी का चेहरा, सिर, बाल और ऊपरी शरीर का हिस्सा बुरी तरह झुलस गया। दामिनी ने तत्काल अपने माता-पिता को फोन कर मदद मांगी। प्राथमिक जांच में पता चला कि गैस रेगुलेटर में रिसाव के कारण यह हादसा हुआ।
माता-पिता ने तुरंत घर पहुंचकर अपनी बेटी को झुलसी हालत में देखा और ऐम्बुलेंस बुलाकर शिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए। वहां एक दिन इलाज के बाद भी हालत में सुधार न होने पर परिजन उसे गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज (GMC) के बर्न ICU में भर्ती कराए, जहां उसका इलाज अब भी जारी है।
इस हादसे की जानकारी मिलते ही रामकृष्णनगर के विधायक विजय मलाकार ने परिवार से संपर्क कर सहायता की पेशकश की। उन्होंने न केवल आर्थिक मदद की, बल्कि समय-समय पर बेटी की स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी भी ली।
बुधवार को विधायक ने अपने प्रतिनिधि राजीव को GMC भेजा। राजीव ने अस्पताल जाकर दामिनी के स्वास्थ्य की जानकारी ली और विधायक की ओर से भेजी गई आर्थिक सहायता दामिनी की मां मुक्ति रानी पाल को सौंपी।
विधायक विजय मलाकार ने परिजनों को यह संदेश भी भिजवाया कि वे इलाज के हर कदम पर उनके साथ हैं और जब तक दामिनी पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो जाती, तब तक हरसंभव मदद जारी रहेगी। उन्होंने फोन के माध्यम से दामिनी के चिकित्सक से भी बात की और यह सुनिश्चित करने को कहा कि इलाज में कोई लापरवाही न हो।
इस कठिन समय में विधायक द्वारा दिखाई गई संवेदनशीलता और मददगार रुख के लिए दामिनी का परिवार और स्थानीय लोग उनके प्रति आभार और कृतज्ञता व्यक्त कर रहे हैं।
दामिनी के बेहतर इलाज के लिए अब पूरे क्षेत्र से दुआएं की जा रही हैं।





















