शिलचर, 16 जून (प्रेरणा भारती संवाददाता): काशीपुर द्वितीय खंड की एक महिला रहिमा बेगम लश्कर ने आरोप लगाया है कि उन्हें अकेले पाकर ग्राम रक्षा समिति (वीडीपी) के सचिव शाहिद हुसैन मजूमदार ने पुलिस कर्मी के साथ मिलकर ज़बरदस्ती सादे कागज़ पर हस्ताक्षर करवा लिए। इस घटना को लेकर क्षेत्र में तीव्र प्रतिक्रिया देखी जा रही है।
रहिमा बेगम ने बताया कि वह किसी भी सादे कागज़ पर हस्ताक्षर नहीं करना चाहती थीं, लेकिन वीडीपी सचिव और साथ आए पुलिसकर्मी ने उन्हें डरा-धमका कर जबरन हस्ताक्षर करवा लिए। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस दौरान उनके मकान की बिक्री से संबंधित बातों का हवाला देकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
महिला का कहना है कि उन्होंने किसी जमीन या संपत्ति से संबंधित कागज़ पर दस्तखत नहीं किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब कुछ एक सोची-समझी साजिश के तहत किया जा रहा है ताकि उन्हें फँसाया जा सके।
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि 23 जनवरी 2024 को काशीपुर द्वितीय खंड के निवासी कबीर हुसैन लश्कर और मनर मियां बड़भुइयां ने जेसीबी मशीन से उनके पड़ोसी के लिए मिट्टी भरते समय उनकी बाउंड्री वॉल तोड़ दी। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो उन पर लाठी, घूंसे और थप्पड़ों से हमला किया गया, जिससे उनके हाथ, कमर और पीठ में गंभीर चोटें आईं।
घटना के बाद रहिमा बेगम ने रंगपुर पुलिस से शिकायत की, लेकिन उनके अनुसार, पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। महिला ने कहा कि उनके दोनों बेटे परिवार के साथ बैंगलुरु में रहते हैं और वह अकेली घर पर रहती हैं। बड़ी मेहनत से उन्होंने यह मकान बनाया है, जिसे अब कुछ लोग साजिश के तहत हड़पने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने प्रशासन से न्याय की मांग करते हुए कहा कि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह उच्च स्तर पर गुहार लगाने को मजबूर होंगी। इलाके में इस घटना को लेकर भारी असंतोष देखा जा रहा है।




















