🔴 मुख्य बिंदु:
- असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस का संयुक्त अभियान
- क्षेत्र में जबरन वसूली और अपहरण गतिविधियों पर बड़ा प्रहार
- एनएससीएन (निक्की) का एक कैडर गिरफ्तार, अपहरण और वसूली में था लिप्त
- अत्याधुनिक तकनीक की मदद से की गई ट्रैकिंग
- वरिष्ठ अधिकारियों का बयान: “किसी को बख्शा नहीं जाएगा, सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई तय”
📍 जिरीबाम, 19 जून 2025:
नेशनल हाईवे 37 (NH-37) पर बढ़ती जबरन वसूली और अपहरण की घटनाओं के खिलाफ असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने मिलकर ऑपरेशन तलाश शुरू किया है। हाल ही में एक निर्दोष ट्रक चालक के अपहरण की घटना के बाद यह अभियान और भी तेज किया गया।
सूत्रों के अनुसार, असम राइफल्स की तकनीकी टीम ने लगातार निगरानी करते हुए एक एनएससीएन (निक्की) कैडर को पकड़ने में सफलता हासिल की है, जो अपहरण और वसूली जैसी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त था।
🔍 क्या हुआ था:
गुप्त सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने जिरीबाम के हिलघाट इलाके में चार संदिग्धों को घेरने की कोशिश की। खुद को घिरता देख वे सभी भागने लगे और एक्शन फिल्मों की तरह नदी में छलांग लगा दी। इनमें से एक को पकड़ लिया गया जबकि तीन अन्य ग्रामीण रास्तों और आम नागरिकों के बीच छिपते हुए फरार हो गए।
🔐 ऑपरेशन का महत्व:
यह संयुक्त अभियान असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वे हर संभव कदम उठा रहे हैं। जिरीबाम और आसपास के इलाकों में शांति बहाल करने की दिशा में यह एक अहम कदम माना जा रहा है।
👮♂️ वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:
“हम अपराधियों की पहचान कर चुके हैं, और उन्हें किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। जो भी इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।”




















