काठीघोड़ा, 22 जून: असम के काठीघोड़ा क्षेत्र के हिलारा से स्थानीय लोगों और वीडीपी कर्मियों की सतर्कता के चलते एक दंपत्ति सहित पांच नाबालिग बच्चों को संदिग्ध स्थिति में पकड़ा गया। संदेह है कि ये सभी रोहिंग्या नागरिक हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हिलारा रेलवे स्टेशन से एक ऑटोरिक्शा (नंबर AS 10/BC/0339) रिज़र्व कर यह समूह कलाईन की ओर जा रहा था। रास्ते में उनकी गतिविधियों और बातचीत में असंगति नजर आने पर स्थानीय लोगों ने उन्हें रोका और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
काठीघोड़ा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी को हिरासत में ले लिया और प्रारंभिक पूछताछ के बाद उन्हें शीघ्र ही शिलचर सदर भेज दिया गया। पुलिस ने संदिग्ध ऑटोरिक्शा को भी जब्त कर लिया है।
लगातार रोहिंग्या नागरिकों की इस तरह की गिरफ्तारी से स्थानीय लोगों के बीच चिंता बढ़ रही है। यह आशंका भी जताई जा रही है कि क्या इन शरणार्थियों को किसी स्थानीय गिरोह की मदद से असम के रास्ते अन्य राज्यों तक पहुँचाया जा रहा है।
पकड़े गए समूह ने दावा किया कि वे दिल्ली से आए हैं, लेकिन वे कहाँ जा रहे थे, इस पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी।
प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुट गई हैं कि कहीं इस पूरे प्रकरण के पीछे कोई मानव तस्करी या अवैध प्रवेश का बड़ा रैकेट तो सक्रिय नहीं है।





















