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प्रस्तावित ग्रीन फील्ड हवाई अड्डा परियोजना पर जन सुनवाई में सायंस ट्रायल संगठन की भागीदारी

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प्रेरणा भारती, हाथीछोड़ा, काछाड़, 23 जून:
प्रस्तावित ग्रीन फील्ड हवाई अड्डा परियोजना को लेकर एक महत्वपूर्ण जन सुनवाई का आयोजन किया गया, जिसमें पर्यावरणीय स्वीकृति (Environmental Clearance) संबंधी मुद्दों पर चर्चा की गई। यह जन सुनवाई कार्यक्रम असम प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (APCB) द्वारा आयोजित किया गया था। बैठक का आयोजन हाथीछड़ा गांव के बन दुर्गा मंदिर प्रांगण में किया गया।
उल्लेखनीय है कि यह परियोजना पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन अधिसूचना दिनांक 14.09.2006 के अनुसार अनुसूची-7(क), श्रेणी-‘क’ के अंतर्गत आती है। प्रस्तावित हवाई अड्डा परियोजना का कुल क्षेत्रफल 997.40 एकड़ और अनुमानित लागत ₹1400 करोड़ है।
इस महत्वपूर्ण जन सुनवाई में सायंस ट्रायल ऑर्गेनाइजेशन को भी आमंत्रित किया गया था। संस्था की ओर से उपाध्यक्ष डॉ. विभास देव के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। प्रतिनिधिमंडल में अनिल पाल, चंपक साहा, पल्लव डे, मिथुन रॉय, अभिजीत पाल और रागिब हुसैन चौधरी शामिल थे।
डॉ. विभास देव ने सायंस ट्रायल संगठन का पक्ष प्रस्तुत करते हुए निम्नलिखित सुझाव और चिंताएं साझा कीं:
1. जैव विविधता का संरक्षण:
भले ही प्रस्तावित परियोजना स्थल बरैल वन्यजीव अभयारण्य के बफर जोन से 3.5 किमी दूर है, फिर भी स्थानीय जैव विविधता और वन्यजीव गलियारे (यदि कोई हों) की पहचान के लिए एक व्यापक बेसलाइन जैव विविधता मूल्यांकन कराना आवश्यक है। इसके लिए स्थानीय जैव विविधता प्रबंधन समिति की मदद ली जा सकती है, जो पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर उपलब्ध करा सकती है। इस कार्य में राज्य वन विभाग से सहयोग मांगा जा सकता है।
2. जल संरक्षण:
भूजल क्षरण को रोकने हेतु जलभौगोलिक अध्ययन की आवश्यकता है। इसके लिए राज्य सरकार के संबंधित विभागों के विशेषज्ञों की सहायता ली जानी चाहिए। साथ ही, उपयुक्त जल निकासी प्रणाली और अपशिष्ट जल शोधन व्यवस्था का कार्यान्वयन अत्यंत आवश्यक है।
3. सामाजिक प्रभाव मूल्यांकन:
इस परियोजना के कारण स्थानीय निवासियों के संभावित विस्थापन, मुआवजा और आजीविका प्रभावित होने की स्थिति का मूल्यांकन करने हेतु एक सामाजिक प्रभाव अध्ययन (Social Impact Assessment) किया जाना चाहिए।
4. वातावरण निगरानी:
परियोजना स्थल पर निरंतर वायु और ध्वनि गुणवत्ता निगरानी केंद्र स्थापित करने की सिफारिश की गई।
5. हरित हवाई अड्डा डिजाइन:
प्रस्तावित ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट को ग्रीन बिल्डिंग सिद्धांतों पर आधारित बनाया जाना चाहिए, जिसमें सौर पैनल, ऊर्जा दक्ष टर्मिनल और ग्रीन बिल्डिंग सर्टिफिकेशन जैसी तकनीकों को अपनाना शामिल है।
6. वैज्ञानिक कचरा प्रबंधन योजना:
ई-वेस्ट और जैव चिकित्सा अपशिष्ट सहित समग्र ठोस कचरा प्रबंधन की वैज्ञानिक योजना भी परियोजना प्रस्ताव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए।
सायंस ट्रायल संगठन के प्रचार सचिव चंपक साहा ने प्रेस को यह जानकारी दी और कहा कि संगठन परियोजना के सतत और समावेशी विकास के पक्ष में है, लेकिन पर्यावरणीय और सामाजिक पक्षों की अनदेखी नहीं होनी चाहिए।

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