16 जुलाई, शिलचर – लंबे 55 दिन पश्चात काछार, श्रीभूमि और हाइलाकांदी जिलों के लोगों ने राहत की सांस ली जब गैमन पुल को मंगलवार शाम औपचारिक रूप से दो मंत्रियों — कौशिक रॉय और कृष्णेंदु पाल — ने नारियल फोड़कर और लाल फीता काटकर पुनः उद्घाटन किया। पुल की मरम्मत और रखरखाव कार्य सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद इसे पुनः यातायात के लिए खोल दिया गया है।
इस उद्घाटन समारोह में काछार के उपायुक्त मृदुल यादव, पुलिस अधीक्षक नुमल महातो, NHIDCL के महाप्रबंधक गौरांग देवघर, विभिन्न विभागों के अधिकारी और भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।
फिलहाल सिर्फ हल्के वाहनों को अनुमति, बाद में होगा तकनीकी परीक्षण:बराक घाटी विकास विभाग के मंत्री कौशिक रॉय ने मीडिया को बताया कि “आपातकालीन मरम्मत के लिए पुल को लगभग दो महीनों के लिए बंद किया गया था, लेकिन NHIDCL की सतत मेहनत के कारण निर्धारित समय से पहले ही इसे फिर से खोल दिया गया है।”फिलहाल, केवल हल्के वाहनों को पुल पार करने की अनुमति दी गई है। पांच दिनों तक इसका संचालन इसी प्रकार होगा। इसके बाद, पांच से छह घंटे तक के लिए यातायात रोककर पुल का यांत्रिक निरीक्षण किया जाएगा। यदि तकनीकी दृष्टिकोण से सब कुछ संतोषजनक पाया गया, तो भारी वाहनों को भी अनुमति दी जाएगी।
जिला प्रशासन ने जारी किए कड़े दिशा-निर्देश
गैमन पुल की संरचनात्मक स्थिरता बनाए रखने और जनसुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कछार जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत एक आदेश जारी किया है, जिसमें पुल पर यातायात को लेकर सख्त नियम लागू किए गए हैं।
नए नियमों की मुख्य बातें:
- 19 जुलाई से 40 टन से अधिक भार वाले वाहन गैमन पुल से नहीं गुजर सकेंगे।
- अनधिकृत रूप से संशोधित वाहनों (बॉडी, चेसिस आदि में बदलाव किए गए वाहन) पर भी पूरी तरह रोक लगा दी गई है।
- दिगरखाल टोलगेट और डलू टोलगेट के पास संयुक्त चेक पोस्ट स्थापित किए गए हैं जहां पुलिस, परिवहन विभाग और जिला प्रशासन के कार्यकारी मजिस्ट्रेट 24 घंटे निगरानी रखेंगे।
प्रशासन ने चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 सहित अन्य लागू कानूनों के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।गैमन पुल के पुनः चालू होने से क्षेत्रवासियों को बड़ी राहत मिली है, लेकिन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है और आमजन से भी नियमों का पालन करने की अपील की गई है।




















