पेरिस में खेले जा रहे तीरंदाजी वर्ल्ड कप स्टेज 3 में झारखंड के खिलाडिय़ों का बोलबाला रहा. तीरंदाजी वर्ल्ड कप में भारतीय तीरंदाजी टीम ने 4 गोल्ड मेडल जीते. इसमें से तीन इवेंट में झारखंड की बेटियों ने अपना दमखम दिखाया. खासकर दीपिका कुमारी ने तीन गोल्ड मेडल में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने महिला व्यक्तिगत रिकर्व स्पर्धा के फाइनल में रूस की एलिना ओसिपोवा को 6-0 से हराकर गोल्ड मेडल की हैट्रिक पूरी की. इससे पहले वह मिश्रित और महिला रिकर्व टीम के गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम का हिस्सा थीं.
भारतीय महिला रिकर्व टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता. फाइनल में भारतीय टीम ने मैक्सिको को हराया. इस टीम में शामिल तीनों खिलाड़ी झारखंड की थी. इसमें दीपिका कुमारी, अंकिता भगत और कोमोलिका बारी का प्रदर्शन शानदार रहा. गोल्ड जीतने की कहानी यहीं खत्म नहीं हुई. इसके बाद मिश्रित युगल स्पर्धा में दीपिका कुमारी ने अतनु दास के साथ मिलकर गोल्ड मेडल जीता. फाइनल में दीपिका और अतनु की जोड़ी ने नीदरलैंड के जेफ वान डेन बर्ग और गैब्रिएला शोलेसर से 0-2 से पिछडऩे के बाद वापसी करते हुए 5-3 से जीत हासिल की.
महिला रिकर्व टीम में शानदार प्रदर्शन करने वाली दीपिका कुमारी रांची के रातू की रहने वाली हैं. कोमोलिका बारी पूर्वी सिंहभूम से ताल्लुक रखती हैं. अंकिता भगत टाटा अकेडमी की तीरंदाज हैं. आज मन की बात में भी प्रधानमंत्री मोदी ने दीपिका कुमारी को पेरिस वर्ल्ड कप तीरंदाजी और टोक्यो ओलंपिक के लिए अपनी शुभकामनाएं दी थी. साथ ही उन्हें तीरंदाजी की दुनिया का एक होनहार खिलाड़ी बताया था. इसके बाद दीपिका के माता-पिता ने भी रांची से प्रधानमंत्री का शुक्रिया अदा किया और कहा कि उनकी बेटी झारखंड के साथ-साथ देश का भी नाम रोशन करेगी और पदक लेकर ही पेरिस से लौटेगी. टोक्यो ओलंपिक के लिए अब तक 100 से अधिक भारतीय खिलाड़ी क्वालिफाई कर चुके हैं.